Wednesday, September 22, 2021

विश्वास स्कूल में मनाया हरियाणा वीर व शहीदी दिवस

 Wednesdayy: 22nd September 2021 at 10:05 PM

श्री राम तुला राम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई


पंचकूला
: 22 सितंबर 2021: (एजुकेशन स्क्रीन ब्यूरो):: 

आज बी के एम विश्वास स्कूल में हरियाणा वीर व शहीदी दिवस गरिमा पूर्ण ढंग से मनाया गया। इस अवसर परअतीत के  उन गौरवपूर्ण पन्नों की बातें हुईं जब देश कीआन बान और शान के लिए प्राण न्योछावर क्र दिए गए। देश की आजादी के इस आंदोलन के दौरान व बाद में देश की एकता व अखंडता बनाए रखने के लिए भी अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। उनको याद किया गया। इस अवसर पर स्कूल की अध्यापिकाओ व बच्चों ने भाषण के द्वारा जंग ए आज़ादी की पहली लड़ाई के प्रणेता श्री राम तुला राम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी इस कुर्बानी को व्यर्थ ना गवाते हुए देश की आज़ादी को बनाए रखने व देश का गौरव बढ़ाने का प्रण भी लिया गया। 

Tuesday, September 21, 2021

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य समानता और समावेश

प्रविष्टि तिथि: 21 SEP 2021 6:39PM by PIB Delhi

 शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने 'समावेशी शासन प्रणाली सुनिश्चित करना:प्रत्येक व्यक्ति को महत्वपूर्ण बनाना' विषय पर वेबिनार आयोजित किया

यह सुशासन का एक सच्चा घोषणापत्र है-श्री अर्जुन मुंडा

नई दिल्ली: 21 सितंबर 2021: (पीआईबी//एजुकेशन स्क्रीन)::


शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने
आज सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के दृष्टिकोण के अंतर्गत 'समावेशी शासन प्रणाली सुनिश्चित करना: प्रत्येक व्यक्ति को महत्वपूर्ण बनाना' विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने वेबिनार को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। उच्च शिक्षा सचिव, श्री अमित खरे, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष, श्री डी.पी. सिंह, संयुक्त सचिव, उच्च शिक्षा, श्रीमती नीता प्रसाद और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में, श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) योजना समावेशी शिक्षा के प्रति प्रधानमंत्री के दूरदर्शी दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है। उन्होंने कहा कि ईएमआरएस आदिवासी क्षेत्रों में हाशिए की आबादी के लिए शिक्षा की पहुंच प्रदान करता है। श्री मुंडा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य समानता और समावेश सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने आदिवासी समाज की शिक्षा को एक राष्ट्रीय स्वरूप दिया है और यह सुशासन का एक सच्चा घोषणा पत्र है। उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल इंडिया, समग्र शिक्षा आदि जैसे कार्यक्रम आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद कर रहे हैं।

श्री अर्जुन मुंडा ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना के साथ स्वशासन के महत्व पर बल दिया। श्री मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें इन आदर्शों को प्राप्त करने में लोगों की भागीदारी पर ध्यान देने के साथ यह मंत्र दिया है, जो एक सच्चे लोकतंत्र का आधार है।

श्री मुंडा ने दोहराया कि जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो ऐसे समय में सभी को समान अवसर प्रदान करने के लिए हमारी दीर्घकालिक संवैधानिक प्रतिबद्धता के साथ अवसरों का लाभ उठाने के लिए सभी को सशक्त बनाने का हमारा संकल्प होना चाहिए।

श्री मुंडा ने समावेशी विकास के लिए सुशासन, स्वशासन और समावेशी शासन व्यवस्था पर बल दिया। श्री मुंडा ने शिक्षाविदों को नई पीढ़ी, विशेषकर वंचितों की आकांक्षाओं को नई ऊंचाई प्रदान करने की उनकी जिम्मेदारी के बारे में भी याद दिलाया।

श्री अमित खरे ने ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के विद्यार्थियों सहित समाज के वंचित वर्ग के विद्यार्थियों की समस्याओं पर प्रकाश डाला। श्री खरे ने विद्यार्थियों को हो रही भाषा संबंधी समस्याओं पर बल दिया। उन्होंने हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि कोई भी विद्यार्थी पीछे न रहे।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-यूजीसी के अध्यक्ष, श्री डी.पी. सिंह, ने अपने उद्घाटन भाषण में हमारे लोकतंत्र की धुरी के रूप में स्थिति और अवसर की समानता के संवैधानिक आदर्शों को दोहराया। उन्होंने उच्च शिक्षण संस्थानों के नेतृत्व से समावेश पर विशेष ध्यान देने के साथ सुशासन की दिशा में ठोस प्रयास करने और अपने सभी घटकों को समान रूप से अवसर प्रदान करने का प्रयास करने का आह्वान किया।

समावेशी शासन व्यवस्था सुनिश्चित करना:प्रत्येक व्यक्ति को महत्वपूर्ण बनाना विषय पर वेबिनार शैक्षिक नेतृत्व, शिक्षाविदों और प्रशासकों को एक मंच पर लाने का अवसर प्रदान करता है। इस वेबिनार का आयोजन बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के सहयोग से किया गया था। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय सिंह ने स्वागत भाषण दिया। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. आलोक राय ने अपने मुख्य भाषण में विद्यार्थियों को हमारी शिक्षा प्रणाली के लिए मूल आधार बताया। उन्होंने समाज के सभी वर्गों के विद्यार्थियों द्वारा सामना किए जा रहे मुद्दों को रेखांकित किया और महिला विद्यार्थियों, दिव्यांग विद्यार्थियों, आदिवासी विद्यार्थियों आदि के विभिन्न मुद्दों के बारे में विस्तार से बातचीत की। प्रो. राय ने विभिन्न पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों के लिए मूल्य निर्माण और मूल्यवर्धन पर जोर दिया।

तकनीकी सत्र की अध्यक्षता भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, सोनीपत की पूर्व कुलपति प्रो. सुषमा यादव ने की। इसके अलावा सदस्य-यूजीसी प्रो. एम.एम. सालुंखे, भारती विद्यापीठ, पुणे के कुलपति, प्रो. एच.सी.एस. राठौर, पूर्व कुलपति, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रो. भीमराय मेत्री, और निदेशक, आईआईएम नागपुर ने तकनीकी सत्र को संबोधित किया।

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Saturday, September 4, 2021

हिमाचल प्रदेश: विभागीय परीक्षा 13 से 20 सितम्बर तक होंगी

4th September 2021 at  6:28 PM

 कोविड नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना आवश्यक होगा 

शिमला: 04 सितम्बर 2021: (एजुकेशन स्क्रीन//देवभूमि स्क्रीन)::

हिमाचल प्रदेश विभागीय परीक्षा बोर्ड के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी दी कि सभी श्रेणीयों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की विभागीय परीक्षाएं 13 से 20 सितंबर, 2021 तक काॅलेज ऑफ एक्सीलेंस संजौली, शिमला में आयोजित की जाएंगी।

प्रवक्ता ने बताया कि 13 सितंबर, 2021 को पेपर-1 अर्थात् वित्तीय प्रशासन के आयोजन की व्यवस्था राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक (बालिका) विद्यालय मण्डी में भी की गयी है।

हिमाचल प्रदेश विभागीय परीक्षा बोर्ड द्वारा सभी पात्र उम्मीदवारों के रोल नंबर जारी कर दिए गए हैं। सभी उम्मीदवारों से अनुरोध है कि रोल नंबर डाउनलोड और प्रिंट करने के लिए वे अपने पीएमआईएस खातों की जांच करें। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड से सम्बंधित उम्मीदवारों के रोल नंबर डाक द्वारा भेजे गए हैं और वे अपने रोल नंबर हिपा (एचआईपीए) की वेबसाइट पर भी देख सकते हैं।

उम्मीदवारों को केवल संदर्भ पुस्तकों, अधिनियम और विभागीय मैनुअल व पाठ पुस्तकों की अनुमति है और टेक्स्ट बुक, हेल्प बुक और गाइड की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा भवन के अंदर मोबाइल फोन के उपयोग की अनुमति नहीं होगी और निर्देशों की अवहेलना को अनुचित साधनों का उपयोग माना जाएगा।

उम्मीदवारों को कोविड-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र या परीक्षा से 72 घंटे के भीतर जारी आरटी पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना आवश्यक है।