Tuesday, September 6, 2022

आर्य कॉलेज गर्ल्ज़ सेक्शन में मनाया गया शिक्षक दिवस

5th September 2022 at 07:17 PM

शिक्षकों के लिए गीत, कविताएं एवं अपने विचार प्रस्तुत किए गए 


लुधियाना: 5 सितंबर 2022: (संजय//एजुकेशन स्क्रीन)::

आर्य कालेज फॉर गर्ल्ज़ भी लुधियाना के जानेमाने शिक्षा संस्थानों में से एक है। इस शिक्षा संस्थान का प्रभाव पंजबा में तो है ही पूरे उत्तर भारत में महसूस किया जाता है। इस कालेज में भी शिक्षक दिवस पर विशेष आयोजन हुए। शिक्षक के महत्व की चर्चा हुई और उसकी साधना का भी ज़िक्र हुआ। 

इस बार के शिक्षक दिवस पर आर्य कॉलेज गर्ल्ज़ सेक्शन में आज बड़ी धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर छात्राओं ने शिक्षकों के सम्मान में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए शिक्षकों के लिए गीत, कविताएं एवं अपने विचार प्रस्तुत करके इस दिवस को यादगार बना दिया। इन सभी रचनाओं और मंचित की गई आइटमों में एक ख़ास संदेश था। 

कालेज की छात्राओं ने इस दिवस पर यह प्रण लिया कि वे सब शिष्या की भूमिका में अपना उत्तम प्रदर्शन करेंगी। इस अवसर पर आर्य कॉलेज प्रबंधकीय समिति की सचिव श्रीमती सतीशा शर्मा ने छात्राओं को शिक्षक दिवस का महत्व समझाते हुए इस दिवस से प्रेरणा लेने को कहा। कालेज प्रिंसिपल डॉ. सूक्ष्म अहलूवालिया ने इस अवसर पर  छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी उत्तम शिक्षा ही हमारे लिए शिक्षक दिवस की सफलता है। कॉलेज इंचार्ज श्रीमती कुमुद चावला ने सभी छात्राओं को भविष्य में बहुत मेहनत करके अपने शिक्षकों का नाम रोशन करने के लिए कहा।

Monday, September 5, 2022

शिक्षक दिवस पर हुआ कई जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन

 5th September 2022 at 07:24 PM
SDP सी.से.स्कूल बस्ती जोधेवाल में भी गुरु सम्मान की प्रेरणा दी गई 
लुधियाना: 5 सितंबर 2022: (संजय//एजुकेशन स्क्रीन)::

पांच सितंबर को मनाया जाना वाला शिक्षक दिवस आज भी भारत में पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है। स्कूलों को विद्या के मंदिर की तरह सजाया और पूजा जाता है। अध्यापक को गुरी की तरह सम्मान दिया जाता है। इस तरह का सुखद दृश्य बहुत से स्थानों पर देखने को मिला। 

एस डी पी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बस्ती जोधेवाल में शिक्षक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्कूल प्रबंधक कमेटी  के प्रधान श्री बलराज भसीन जी के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने चार्ट, कार्ड, कविता और गीतों के माध्यम से अपने अध्यापकों के प्रति आदर भाव व्यक्त किया। 

गौरतलब है कि शिक्षक दिवस भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णा के जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाया जाता है। अंइस सब इतिहास के संबंध में विद्यार्थियों को डॉक्टर राधाकृष्णन जी के जीवन से पूरी तरह परिचित कराया गया। स्कूल  इंचार्ज श्रीमती इंदु खुराना ने भी सभी सहकर्मियों को अध्यापक दिवस की शुभकामनाएं दी और विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। उन्हें गुरु का सम्मान करने का संदेश दिया।  इस तरह यह एक यादगारी अवसर बना रहा। 

Sunday, September 4, 2022

GSTU ने फिर किया नई शिक्षा नीति का विरोध

 4 सितंबर 2022 दोपहर 02:36 बजे

जनविरोधी नई शिक्षा नीति 2020 को तत्काल रद्द करने पर दिया जोर


लुधियाना: 4 सितंबर 2022: (एमएस भाटिया//एजुकेशन स्क्रीन):: 

बज़ुर्ग अध्यापक नेता चरण सिंह सराभा फिर मैदान में हैं। नई शिक्षा नीति के खिलाफ उनका अभियान मंद नहीं पड़ा। उनका कहना है कि वह इस नई नीति को लागू नहीं होने देंगें क्य्नुकी यह सारे सिस्टम का ही सत्यानाश कर देगी। इस पर बात करते हुए उन्होंने सरकारी साज़िशों का भी भंडा फोड़ किया कि किस तरह सरकार अध्यापकों के सम्मानीय पद को खोखला करने पर तुली है। उनसे अध्यापक का सम्मान भी साज़िशी तरीके से छीना जा रहा है। 

गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स यूनियन पंजाब ने राज्य के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परवीन कुमार लुधियाना की अध्यक्षता में स्थानीय शहीद करनैल सिंह इसरू भवन में शिक्षकों की स्थिति बहाल करने और जनविरोधी नई शिक्षा नीति 2020 में गुणात्मक शिक्षा के अवसर पैदा करने के विषय पर शिक्षक दिवस समर्पित किया। विचारों पर चर्चा की गई।

इस अवसर पर बोलते हुए संगठन के राज्य संरक्षक चरण सिंह सराभा, सलाहकार बलकार वल्टोहा, प्रेम चावला, करज सिंह कैरों, परमिंदर पाल सिंह कालिया, प्रेस सचिव तहल सिंह सराभा ने कहा कि 1990-91 से भारत में आई नवउदारवादी आर्थिक नीतियां अध्यापन व्यवसाय को प्रभावित किया है। , शिक्षक की स्थिति और शिक्षकों की सेवा शर्तों को बुरी तरह प्रभावित किया है।

इन्हीं उदार नीतियों के कारण शिक्षकों की नियुक्ति संविदा के आधार पर होने लगी है और पिछले कई वर्षों से शिक्षक वर्ग के बुद्धिजीवी अनुबंध के आधार पर काम कर रहे हैं। इन शिक्षकों को कई गुना कम वेतन दिया जा रहा है। इसके अलावा शिक्षा प्रदाता, शिक्षा स्वयंसेवक जैसे नए नाम देकर शिक्षक के सम्मान को भी ठेस पहुंची है और शिक्षक का दर्जा भी छीना गया है.

यह सब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति सरकारों की गैर-गंभीरता को भी उजागर करता है। इस समय संगठन के नेता जिंदर कुमार पायलट, मेघैदार सिंह बराड़, जगमेल सिंह पखोवाल ने पंजाब सरकार से मांग की कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में अनुबंध के आधार पर काम करने वाले सभी अयोग्य शिक्षकों को शिक्षा विभाग में बिना शर्त नियमित किया जाए. कंप्यूटर शिक्षकों का शिक्षा विभाग में विलय किया जाए।एन एस शिक्षा विभाग में क्यूएफ शिक्षकों को शामिल किया जाए।

नई शिक्षा नीति 2020 को रद्द कर 1968 की शिक्षा नीति और अन्य महत्वपूर्ण जोड़ ऐसी नीति बनाई जाए, जिससे शिक्षा का निजीकरण और व्यावसायीकरण सभी स्तरों पर समाप्त हो सके। इसके अलावा, शिक्षा नीति तैयार करते समय शिक्षकों और शिक्षक संगठनों से परामर्श किया जाना चाहिए, जैसा कि कोठारी शिक्षा आयोग और 1966 पेरिस अंतर-देश सम्मेलन की सिफारिशों में सुझाया गया है।

इसके अलावा प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में कक्षा के अनुसार पांच नियमित शिक्षक उपलब्ध कराए जाएं, माध्यमिक स्तर पर विषय के अनुसार शिक्षकों के पद दिए जाएं और नियमित भर्ती के माध्यम से भरे जाएं, सभी गैर शैक्षणिक कार्य और बीएलओ की ड्यूटी ली जाए. शिक्षकों को बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कटौती की जाए, जनवरी 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों के समूह के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। प्राथमिक एवं माध्यमिक विभागों के अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों के शिक्षकों की उचित पदोन्नति के आदेश अविलम्ब जारी किये जाये।

5 सितंबर को पंजाब टीचर्स यूनियन ज्वाइंट फ्रंट स्कूल स्तर पर काला बिल्ला फहराएगा और पंजाब सरकार का झंडा फहराएगा और 10 सितंबर को संगरूर में हो रही विरोध रैली में पंजाब और यूटी ज्वाइंट फ्रंट पूरी तरह से हिस्सा लेंगे।

इस समय शिक्षक नेताओं के अलावा अन्य बलजीत टॉम तरन तारन, बलवीर सिंह कांग, बिक्रमजीत सिंह थारिके, मनीष शर्मा, हरिदेव, संजीव शर्मा, जोरा सिंह बासियां, संजीव यादव, जुगल शर्मा, रविंदरजीत सिंह रवि, जसपाल सिंह फरीदकोट, चरण सिंह ताजपुरी, बलजिंदर सिंह वडाली, कुलदीप कुमार, कंवलजीत सिंह झमका, दविंदर सिंह पीएयू, अमृतपाल सिंह तरनतारन, चरणजीत सिंह धारीवाल, शिव प्रभाकर आदि नेता मौजूद थे।

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Saturday, September 3, 2022

गवर्नमेंट हाई स्कूल जवद्दी में इंस्पायर मीट का आयोजन

3rd September 2022 at 08:56 PM

सेल्फी प्वॉइंट पर दिखा फोटो खिंचवाने वालों का एक्साइटमेंट


लुधियाना
: 3 सितंबर 2022: (कार्तिका सिंह//एजुकेशन स्क्रीन डेस्क)::

एक समय था जब शिक्षा की गुरुकुल व्यवस्था थी। उस समय जिस बालक ने पढ़ना-लिखना सीखा वह कई वर्षों तक लगातार गुरुकुल में रहा। उनके गुरु की देखरेख में ही उनके संस्कार हुए और उनके व्यक्तित्व का विकास हुआ। जब पढ़ाई पूरी हुई तो वे एक संपूर्ण व्यक्तित्व के रूप में उभरे। एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने पूरे देश और समाज को अपना परिवार माना और किसी को भी इस परिवार का नुकसान नहीं होने दिया।

इसके बाद सामाजिक संरचना के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी परिवर्तन हुए। माता-पिता और शिक्षकों के बीच दूरियां आने लगीं। माता-पिता की बैठक केवल बड़े अंग्रेजी स्कूलों में स्टेटस सिंबल बन गई। सरकारी स्कूलों में से एक जवादी वाला हाई स्कूल है जहाँ पुरानी और नई तहज़ीब के मिश्रण को बनाए रखने के प्रयास जारी हैं। प्राचार्य किरण गुप्ता अपने स्टाफ के साथ इस पर विशेष ध्यान दें।

आज माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय शिक्षा मंत्री एस. हरजोत सिंह जी के मार्गदर्शन में पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग से प्राप्त निर्देशानुसार राजकीय हाई स्कूल जावड़ी में अभिभावकों एवं शिक्षकों की बैठक भी आयोजित की गई। इंस्पायर मीट का उद्देश्य  उद्देश्य था बच्चों के अभिभावकों और अध्यापकों में नज़दीकियां लाना। यह  भी नज़दीक वाले ही चाहिए। तभी डॉन मिल कर बच्चे के भविष्य को सुंदर बना सकेंगे। 

इस पवित्र कार्य को पूरा करने के लिए सभी शिक्षकों ने व्यापक तैयारी की। विद्यालय को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। कक्षा के बोर्ड बहुत अच्छे ढंग से सजाए गए थे। विभिन्न विषयों पर बच्चों द्वारा बनाए गए चार्ट बोर्ड पर लगाए गए, राज्य स्तरीय सुंदर लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्रों के सुंदर लेखन चार्ट बोर्ड पर रखे गए, पुस्तक प्रदर्शनी, शिक्षण एड्स-जागरूकता प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।

यह एक यादगार आयोजन था जिसमें माता-पिता और शिक्षक भी मौजूद थे। दोनों की आंखों के सामने बच्चे थे। इसमें अभिभावकों ने भाग लिया। स्कूल में चल रही विभिन्न गतिविधियों और खेलकूद की भी जानकारी दी गई।

इस मौके पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया। यह बिल्कुल नया चलन था। इस दिन यहां आए लोगों को याद करते हुए सेल्फी लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। अभिभावकों ने वहां फोटो खिंचवाए और शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना भी की।

बच्चों के माता-पिता से भी उनकी राय ली गई। स्कूल के बदलाव को देखकर बच्चों के ये माता-पिता बहुत खुश हुए। इंस्पायर मीट शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को जोड़ने और प्रेरित करने के अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में भी सफल साबित हुआ। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह और प्रधानाध्यापिका श्रीमती किरण गुप्ता ने इस कार्य को जीतने के लिए अभिभावकों और सभी कर्मचारियों को बधाई दी।

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Friday, September 2, 2022

उत्कृष्ट योगदान के लिए सीटी यूनिवर्सिटी को सम्मान

2nd September 2022 at 3:19 PM

IIT बॉम्बे से सम्मान लेने वाली उत्तर भारत की एकलौती यूनिवर्सिटी 

लुधियाना: 2 सितंबर 2022: (कार्तिका सिंह//एजुकेशन स्क्रीन)::

आईआईटी बॉम्बे स्पोकन ट्यूटोरियल के माध्यम से एफ एल ओ एस एस और एम ओ ओ सी के बारे में प्रशिक्षण और जागरूकता फैलाने में उत्कृष्ट योगदान के लिए आईआईटी बॉम्बे द्वारा सीटी यूनिवर्सिटी को सम्मानित किया गया। खास बात यह है कि सीटी यूनिवर्सिटी पंजाब की इकलौती यूनिवर्सिटी है जिसे यह अवॉर्ड मिला है। इतना ही नहीं, छात्रों को प्रभावी ढंग से प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करने में भी इसने उत्तरी क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सीटी यूनिवर्सिटी की मैडम सुखमनी ने यह पुरस्कार प्राप्त किया।

एमओओसी सेल की उप निदेशक डॉ. कमल मलिक ने कहा कि सीटी यूनिवर्सिटी में एमओओसी सेल ने आईआईटी बॉम्बे स्पोकन ट्यूटोरियल के विभिन्न पाठ्यक्रमों के तहत प्रति सेमेस्टर 1000 से अधिक प्रमाणन आयोजित किए। छात्रों को पहले वीडियो लेक्चर के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया और फिर प्रोक्टर्ड परीक्षा भी ली गई। जिसके बाद छात्रों को आईआईटी बॉम्बे स्पोकन ट्यूटोरियल से प्रमाणपत्र मिला। डॉ. मलिक ने यह भी कहा कि सीटी यूनिवर्सिटी के छात्रों को ही नहीं बल्कि शिक्षकों को इसका लाभ उठाने का मौका मिला। शिक्षकों के कौशल को बढ़ाने के लिए एमओओसी सेल के माध्यम से विभिन्न पाठ्यक्रमों जैसे आर प्रोग्रामिंग, मूडल लर्निंग आदि के लिए विभिन्न संकाय विकास कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। सीटी यूनिवर्सिटी में एमओओसी पाठ्यक्रमों के लिए एक समर्पित प्रयोगशाला है। सीटी यूनिवर्सिटी भविष्य में भी हमेशा यही मानक बनाए रखने का प्रयास करेगा।

इस
शुभ अवसर पर सीटी यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर डा. मनबीर सिंह और कार्यवाहक वाईस चांसलर डाॅ. सतीश कुमार ने एमओओसी सेल और सीटीयू की पूरी टीम को उनके निरंतर प्रयासों के लिए बधाई दी और उन्हें सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए प्रेरित भी किया।

डॉ. मनबीर सिंह ने कहा कि सीटी यूनिवर्सिटी एक परिवार है जो छात्रों को हर दिन नई उड़ान के लिए तैयार करता है और शिक्षकों व छात्रों द्वारा कई शोध और नई तकनीकों के सत्यापन पर जोर देता है।