Monday, December 9, 2013

जीत के परिणाम आते ही छतीसगढ़ में काम तेज़ी से शुरू

 छत्तीसगढ़: प्राचार्यो की बैठक आगामी 13 और 16 दिसंबर को
बैकुण्ठपुर, 09 दिसम्बर 2013: (छत्तीसगढ़ मेल//शिक्षा स्क्रीन): काम के प्रति गंभीर रहने वाले डा रमन  सिंह जीत के इस अवसर पर भी पूरी तरह गंभीर बने हुए हैं। जीत के परिणाम आने पर भी छतीसगढ़ में डा रमन सिंह सरकार पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को नहीं भूली। शिक्षा और अन्य महत्वपूर्व क्षेत्रों की सरगर्मियां और तेज़ कर दी गयी हैं। जिले के बैकुण्ठपुर, सोनहत व खड़गवां विकासखण्ड के सभी शासकीय हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्यो की बैठक आगामी 13 दिसंबर को आयोजित की गयी है। यह बैठक बैकुण्ठपुर के शासकीय रामानुज उच्चतर माध्यमिक  स्कूलों में पूर्वान्ह 11 बजे से आयोजित की जाएगी। इसी तरह आगामी 16 दिसंबर को मनेन्द्रगढ़ व भरतपुर विकासखण्ड के प्राचार्यो की बैठक शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्दालय मनेन्द्रगढ़ में आयोजित की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी कोरिया श्री आर.एस.चौहान ने सभी प्राचार्यो से गत वर्ष की उपलब्धियों व आगामी वर्ष की कार्ययोजना के साथ बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के निर्देष दिए है। इन बैठकों में शिक्षा को और बेहतर बनाने की विचार होगी और साथ ही पिछली कारगुज़ारी की समीक्षा भी की जायेगी। यह सिलसिला उन लोगों के लिए एक सबक है जो जीत के नशे में अपनी ज़िम्मेदारियों को भूल जाते हैं। जीत के परिणाम आते ही छतीसगढ़ में काम तेज़ी से शुरू हो गए हैं। शपथ ग्रहण समारोह से भी पूर्व काम शुरूआत एक शुभ शगन है। 

Monday, December 2, 2013

इंडस वल्र्ड स्कूल में वार्षिक खेल महोत्सव

Mon, Dec 2, 2013 at 7:36 PM
बच्चों में साफ़ नजऱ आ रहा था कुछ कर दिखाने का जज़बा 
लुधियाना 2 दिसम्बर (शीबा सिंह//रेकटर कथूरिया//शिक्षा स्क्रीन) स्थानीय साऊथ सिटी रोड स्थित राजगढ़ अस्टेट परिसर में इंडस वल्र्ड स्कूल का वार्षिक खेल उत्सव इंडस ओलम्पिकस आयोजित किया गया सर्वप्रथम जिज्ञासा विद्धार्थियों ग्रेड 3.5 ने आकर्षिक मार्च पास्ट निकाला।इस अवसर पर बच्चों में खेल भावना और कुच्छ कर दिखने का जज़बा साफ़ नजऱ आ रहा था बाद में जिज्ञासा और आनंद पीपी 1 और पीपी 2 के विद्यार्थियों ने मिलकर हूला हूप और एरोबिक्स का शानदार प्रदर्शन किया इसके इलावा ग्रेड 1 और 2 के विद्यार्थियों ने जुम्बा नृत्य प्रस्तुत किया।
खेल महोत्सव में इतना उत्साह था कि बच्चों के अभिवाक भी मैदान में कूद पड़े और तीन टाँग दौड़,सूई धागा खेल,ईंटों के खेल और साड़ी बाँध दौड़ में हिस्सा लिया।स्कूल के स्टाफ और अध्यापक वर्ग ने भी दौड़ों में भाग लिया।चरों तरफ तालियों की गूँज थी.। टग आफ वार में खूब फेन देखने को मिला।स्कूल की प्रिंसिपल रमनजीत घुम्मन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और विजेता बच्चों और अभिभावकों को आकर्षक पुरुस्कार दिए.। उन्होंने अपने संक्षिप्त सम्बोधन में कहा कि इस प्रकार की खेल गति विधियां बच्चों में नए उतसह का संचार करती हैं और बच्चों के शरीर व आत्मा में ज्ञान का विकास होता है।

Tuesday, November 19, 2013

सेंट बावरा स्कूल में भी मनाया गया बाल दिवस

बच्चों ने विस्तार से जाना पंडित नेहरू का जीवन   Thu, Nov 14, 2013 at 5:31 PM
लुधियाना: 14 नवंबर 2013: (शिक्षा स्क्रीन ब्यूरो): यहाँ के सेंट  बावरा स्कूल में भी बाल दिवस हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर बच्चे भी रंग बिरंगे परिधानों में सजे हुए थे और स्कूल भी सजाया गया था। रंग बीरनगर गुबारों से एक अलग सी छटा पैदा हो गयी थी। बच्चों ने अपने स्कूल में सीखी बहुत सी आइटमें प्रस्तुत कीं जिनमें गीत भी थे और लघु नाटिकाएं भी। खेलों से भी बच्चों ने खूब मनोरंजन किया। बच्चों को इस दिन के इतिहास की जानकारी भी दी गयी और इसका महत्व भी बताया गया। बच्चों को टाफियां और मिथयिां भी वितरित कीं गयीं। देश के प्रथम प्रधानमंत्री और बच्चों के चाचा नेहरू की ज़िंदगी और कामों पर एक संक्षिप्त सा प्रतियोगिता आयोजन भी हुआ। स्कूल की प्रिंसीपल चन्द्र प्रभा ने बच्चों के रौशन भविष्य की कामना करते हुए कहा कि सभी बच्चे अच्छे नागरिक बन कर देश और समाज का नाम रौशन करें। 


Don't forget to click the links given below:

Wednesday, November 13, 2013

उत्साह और जोशो खरोश से मनाया गया बाल दिवस

बाल दिवस के अवसर पर फेंसी ड्रेस मुकाबला         Wed, Nov 13, 2013 at 4:16 PM
लुधियाना: 13 नवंबर 2013: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन): समाजिक और राजनीतिक तब्दीलियों के बावजूद देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के चाचा नेहरू नाम का रूप अभी भी लोगों में लोकप्रिय है। चाचा नेहरू को समर्पित बाल दिवस का अवसर आते ही  जोश और उत्साह हर और नज़र आने लगता है।  हर तरफ पूरे उत्साह और जोशो खरोश से कार्यक्रम होते हैं। इन कार्यक्रमों में पंडित नेहरू के राजनीतिक विरोधी भी शामिल होने में कभी गुरेज़ नहीं करते। इस लोकप्रिय बाल दिवस के शुभ अवसर पर होम एंड हेवन नरसरी स्कूल मॉडल टाऊन लुधियाना की तरफ से भी एक विशेष कार्यक्रम स्कूल के परिसर में ही आयोजित किया गया। स्कूल की प्रिंसिपल इंद्रजीत पाल कौर ने बताया कि इस मौके बाल दिवस को लेकर शानदार कर्यक्रम हुए। इन छोटे छोटे बच्चों में फेंसी ड्रेस मुकाबिले भी करवाये गए।बच्चों ने भावपूर्ण कवितायेँ भी सुनायीं और गीत संगीत भी हुआ। चाचा नेहरू का जन्म दिन मनाने के लिए बच्चों को मिठाई और चाकलेट भी बांटे गए। फेंसी ड्रेस मुकाबिले में साहिबप्रीत सिंह ने प्रथम स्थान, परमजीत सिंह ने दूसरा स्थान और शुभनीत कौर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। एक अन्य बच्ची नवकिरण कौर को उत्साह वर्धक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बहुत से बच्चों ने भाग लिया। इस मौके पर मौजूद बड़ों ने भी बच्चों की प्रशंसा की। 

ਬੱਚਿਆਂ ਦੇ ਨਾਲ ਨਾਲ ਵੱਡਿਆਂ ਨੇ ਵੀ ਯਾਦ ਕੀਤਾ ਚਾਚਾ ਨਹਿਰੂ ਨੂੰ 

ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना

नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुठ्ठी में क्या है क्या है

Wednesday, October 30, 2013

MTSM College:हम किसी से कम नहीं

NCC कैंप मलौट: कई छात्रायों ने गोल्ड जीत कर किया सब को हैरान 
फाईल फोटो 
लुधियाना: 30 अक्टूबर 2013: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन): लुधियाना के पुराने कालेजों में से एक मास्टर तारा सिंह मेमोरोयल कालेज लगातार नये नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। शिक्षा के साथ साथ यह कालेज एन सी सी में भी अपना नाम है। इस कालेज के "41 एनसीसी कैडेटस" ने मलौट में आयोजित दस दिवसीय शिविर में भी भाग लिया। कालेज के लिए यह कैंप बहुत ही उपलब्धियों भरा रहा। कालेज कि छात्रायों ने विभिन्न प्रतिस्प्रधायों में मेडल जीत कर कालेज का नाम रौशन किया।
ज़िंदगी में कदम कदम पर सामने आती चुनौतियों का मुकाबिला हंस कर करने कि कला सिखाता यह कैम्प यादगारी रहा। इस ऐतिहासिक अवसर पर इस कालेज की छात्रा सोनिया को गणतंत्र दिवस परेड के लिए चुन लिया गया। रीना ने फायरिंग में गोल्ड मेडल जीत कर अपना लोहा मनवाया। इसी तरह ज्योति और निधि ने रस्साकशी में गोल्ड, मनु ने पोस्टर मेकिंग में गोल्ड और सोनिया ने टेबल टेनिस में गोल्ड जीत कर साबित किया हम किसी से कम नहीं। सीनियर कैडेटस कि प्रतियोगितायों में दलजीत कौर ने गोल्ड तथा तनु ने सिल्वर जीत कर दिखाया कि हम अभी भी आगे हैं।
कालेज की प्रिंसीपल डाकटर परवीन कौर चावला ने इस अवसर पर इन विजयी छात्रायों को बधाई दी और साथ ही याद दिलाया कि इस जीत को ज़िंदगी भर हर कदम पर बनाये रखना है। उन्होंने कालेज की एनसीसी इंचार्ज हरप्रीत को भी इस शानदार प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि वह जीत के इस सिलसिले को भविष्य में भी बनाये रखेंगी। कालेज प्रबंधक कमेटी के प्रधान सवर्ण सिंह और सचिव कंवलइंद्र सिंह ठेकेदार ने भी छात्रायों को ख़ुशी के इस अवसर पर बधाई दी। 

Tuesday, October 8, 2013

शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति का एलान किसी भी समय सम्भव

07-अक्टूबर-2013 20:05 IST
मिल सकता है स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों को डि‍ग्री देने का अधि‍कार
नयी दिल्ली: 7 अक्टूबर 2013:(पीआईबी):  केंद्रीय उच्‍च शि‍क्षा सचि‍व ने आज कहा कि‍ केंद्र सरकार वि‍श्‍ववि‍द्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) कानून में संशोधन करके स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों को डि‍ग्री देने का अधि‍कार प्रदान करने पर वि‍चार करेगी। उच्‍च शि‍क्षा सचि‍व, मानव संसाधन वि‍कास मंत्रालय और वि‍श्‍ववि‍द्यालय अनुदान आयोग के अधि‍कारि‍यों की चुनिंदा स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों और राज्‍य सरकारों के प्रति‍नि‍धि‍यों के साथ उनकी समस्‍याओं पर वि‍चार-वि‍मर्श के लि‍ए आज यहां हुई बैठक में बोल रहे थे। उन्‍होंने अधि‍कारि‍यों को हाल ही में अनुमोदि‍त राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शि‍क्षा अभि‍यान के प्रावधानों का उल्‍लेख करते हुए बताया कि‍ मंत्रालय अपनी एक योजना के तहत स्‍वयं को वि‍श्‍ववि‍द्यालय में परि‍वर्ति‍त करने की इच्‍छा रखने वाले स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों में से प्रत्‍येक को 55 करोड़ रुपये तक की धनराशि‍ प्रदान कर सकता है। 12वीं पंचवर्षीय योजनावधि‍ में इस योजना के लि‍ए 2475 करोड़ रुपये की धनराशि‍ आवंटि‍त की गई है। 

बैठक में बताया गया कि‍ कुछ वि‍श्‍ववि‍द्यालयों से 800 से अधि‍क कॉलेजों के संबद्ध होने के कारण उनका सारा समय रोजमर्रा के प्रशासकीय कार्यों में ही लग जाता है। इस कारण वे अनुसंधान कार्यों पर ध्‍यान नहीं दे पाते। इसी तरह उच्‍च शि‍क्षा प्रदान करने के कार्य में लगे कॉलेज भी अनुसंधान पर ध्‍यान नहीं दे पाते। इस समस्‍या का समाधान स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों को डीम्‍ड वि‍श्‍ववि‍द्यालय, राज्‍य का वि‍श्‍ववि‍द्यालय का दर्जा देकर अथवा उन्‍हें डि‍ग्री प्रदान करने का अधि‍कार देकर कि‍या जा सकता है। बैठक में स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों के प्रति‍नि‍धि‍यों ने कुछ राज्‍य सरकारों द्वारा अध्‍यापकों की नि‍युक्‍ति‍यों पर प्रति‍बंध और संबद्धता प्रदान करने वाले वि‍श्‍ववि‍द्यालयों द्वारा उनके स्‍वायत्‍तशासी दर्जे की उपेक्षा कि‍ये जाने को लेकर चिंता व्‍यक्‍त की। 

बैठक में समयबद्ध ढ़ंग से पूरा करने के लि‍ए नि‍म्‍नलि‍खि‍त नि‍र्णय लि‍ए गए:- 

•वि‍श्‍ववि‍द्यालय अनुदान आयोग की स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों से संबद्ध प्रोफेसर सैय्यद हसनैन की अध्‍यक्षता वाली स्‍थायी सलाहकार समि‍ति‍ स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों के संबंध में अपनी सि‍फारि‍शों को दो महीने के भीतर अंति‍म रूप देगी। इनमें स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों के नि‍यमन संबंधी प्रारूप भी शामि‍ल होगा। 

•केंद्र सरकार यूजीसी कानून में संशोधन के जरि‍ए स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों को डि‍ग्री प्रदान कर सकने का अधि‍कार देने के तरीकों पर वि‍चार करेगी। 

•12वीं योजना के अंत तक देश के सभी योग्‍य कॉलेजों में से कम से कम 10 प्रति‍शत कॉलेजों को स्‍वायत्‍ता प्रदान कर दी जाएगी। 

•12वीं योजना के अंत तक राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शि‍क्षा अभि‍यान के अंतर्गत 45 स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों को वि‍श्‍ववि‍द्यालय में परि‍वर्ति‍त कर दि‍या जाएगा। 

•सभी राज्‍यों और स्‍वायत्‍तशासी कॉलेजों को राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शि‍क्षा अभि‍यान के अंतर्गत प्रशासकीय और शैक्षि‍क सुधारों को मूर्त रूप देना होगा। (PIB)

****
वि‍.कासोटि‍या/नरेश/अंबुज-6526

Friday, August 30, 2013

मुस्‍लि‍म महि‍लाओं में साक्षरता

29-अगस्त-2013 18:29 IST
पूरे मुस्लिम समुदाय में गरीबी के मामले अधि‍क
उपलब्‍ध सूचना के अनुसार, बहराइच, देवरि‍या और गोरखपुर जि‍लों सहि‍त पूरे उत्‍तर प्रदेश में सामाजि‍क आर्थि‍क कारणों की वजह से मुस्‍लि‍म महि‍लाओं में साक्षरता दर राष्‍ट्रीय स्‍तर पर महिलाओं की साक्षरता दर से कम है। उत्‍तर प्रदेश में मुस्‍लि‍म महि‍लाओं सहि‍त पूरे मुस्लिम समुदाय में गरीबी के मामले अधि‍क है। यह जानकारी आज लोकसभा में प्रश्‍न के एक लि‍खि‍त उत्‍तर में अल्‍पसंख्‍यक मामलों के राज्‍य मंत्री श्री नि‍नोंग एरिंग ने दी। 

अल्‍पसंख्‍यक मामलों के मंत्रालय ने अल्‍पसंख्‍यक महि‍लाओं सहि‍त अल्‍पसंख्‍यकों के वि‍कास के लि‍ए एक बहु-आयामी रणनीति‍ अपनाई है। अल्‍पसंख्‍यकों को शैक्षि‍क रूप से मजबूत करने के लि‍ए मैट्रि‍क से पहले, मैट्रि‍क पास करने के बाद और मेधा-सह-साधन छात्रवृत्‍ति‍यां दी जाती है। इन योजनाओं के तहत कम से कम 30 फीसदी सीटें छात्राओं के लि‍ए आरक्षि‍त है। इसके अलावा मंत्रालय के अधीन स्‍वायत संस्‍था मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन 11वीं और 12वींद कक्षा की अल्‍पसंख्‍यक छात्राओं को खास तौर पर छात्रवृत्‍ति‍यां प्रदान करती है। यही नहीं, प्रधानमंत्री के 15 बि‍न्‍दु कार्यक्रम और अल्‍पसंख्‍यकों के लि‍ए बहु-आयामी वि‍कास कार्यक्रम के तहत स्‍कूलों, छात्राओं के लि‍ए हॉस्‍टल इत्‍यादि‍, औद्योगि‍क प्रशि‍क्षण संस्‍थानों, पोलि‍टेक्‍नि‍क इत्‍यादि‍ खोले जा रहे हैं। इसके अलावा अल्‍पसंख्‍यक महिलाओं में नेतृत्‍व क्षमता के विकास के लिए नयी रोशनी योजना 2012-13 से ही चलाई जा रही है, जिसके तहत सरकारी व्‍यवस्‍था, बैंकों और अन्‍य संस्‍थानों के साथ सभी स्‍तर पर व्‍यवहारकुशल होने के लिए जरूरी जानकारी और साधन मुहैया कराये जा रहे हैं। लघु वित्‍त की जरूरतें पूरी करने के लिए राष्‍ट्रीय अल्‍पसंख्‍यक विकास एवं वित्‍त निगम द्वारा एक खास योजना महिला समृद्धि योजना चलाई जा रही है। हाल ही में अल्‍पसंख्‍यकों की क्षमता विकास के लिए मंत्रालय ने सीखो और कमाओ नाम से एक योजना बनाई है, जिसमें 30 फीसदी सीटें अल्‍पसंख्‍यक महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। (PIB)
***
इ.अहमद/अनि‍ल/मनोज -5899

लुधियाना: डी डी जैन कालेज की छात्राओं का अच्छा प्रदर्शन

एमएससी:मनप्रीत कौर ने 81.6 % अंकों के साथ लिया पहला स्थान 
लुधियाना: 29 अगस्त 2013: (शिक्षा स्क्रीन): शिक्षा के क्षेत्र में लुधियाना का देवकी देवी जैन मेमोरियल कॉलेज फॉर वूमेन हमेशां गौरवशाली शिक्षा संस्थानों में गिना जाता है। इस बार भी कालेज के परिणामों में यह परम्परा बरकरार रही। इसी कालेज की एमएससी आइटी द्वितीय सेमेस्टर की छात्राओं ने पंजाब यूनिवर्सिटी के घोषित परिणामों में शानदार प्रदर्शन किया। कालेज की छात्रा मनप्रीत कौर ने 81.6 प्रतिशत अंकों के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी में पहला स्थान प्राप्त किया। इसी तरह इसी कालेज की जसप्रीत ने भी 81.1 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरा व मीनू ने 78.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करके पीयू में दसवां स्थान पाया।

कालेज की मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन समाज रत्न हीरा लाल जैन, प्रधान केदार नाथ जैन, वरिष्ठ उपप्रधान राजकुमार जैन, शांति स्वरूप जैन, उपप्रधान शीतल कुमार जैन, सेक्रेट्री विपन जैन, मैनेजर सुरिंदर कुमार जैन व प्रिंसिपल डा.सरिता बहल ने छात्राओं को बधाई दी। गौरतलब है कि इस कालेज से पढने वाली बहुत सी छात्राएं अब बहुत से उच्च पदों पर नियुक्त हैं और कालेज के साथ साथ लुधियाना, पंजाब और देश का नाम रौशन कर रही हैं।

डीडी जैन की जसप्रीत रही यूनिवर्सिटी में अव्वल

केसीडबल्यू की छात्राओं का भी शानदार प्रदर्शन

Thursday, August 29, 2013

केसीडबल्यू की छात्राओं का भी शानदार प्रदर्शन

कृष्णा, जसमीत और मनप्रीत का बेहतर प्रदर्शन 
लुधियाना:29 अगस्त 2013:: (शिक्षा स्क्रीन): लडकियाँ लगातार हर क्षेत्र में अपन वर्चस्व  हैं और साबित कर रही हैं कि वे किसी से कम नहीं! इस बार भी लुधियाना के जाने माने शिक्षा संस्थान खालसा कालेज फॉर वूमेन, सिविल लाइंस की छात्राओं ने कमाल कर दिखाया है। एमए फाइन आ‌र्ट्स सेकेंड सेमेस्टर में उन्होंने इस बार भी बेहतर प्रदर्शन किया। कालेज की तीन छात्राओं ने पंजाब यूनविर्सिटी में जगह बनाई। कृष्णा ने 90 प्रतिशत अंक लेकर पीयू में चौथा, जसमीत कौर ने 81 प्रतिशत अंकों के साथ पांचवां व मनप्रीत कौर ने 77.5 प्रतिशत अंकों के साथ सातवां स्थान पाया। कालेज प्रिंसिपल डा. वरिंदर कौर थिंद ने छात्राओं को बधाई दी।

लुधियाना: डी डी जैन कालेज की छात्राओं का अच्छा प्रदर्शन 

डीडी जैन की जसप्रीत रही यूनिवर्सिटी में अव्वल

Sunday, August 11, 2013

शिक्षकों को गैर शैक्षिक प्रयोजनों के लिए तैनात नहीं किया जाना चाहिए

11-अगस्त-2013 17:56 IST
राष्ट्रीय ज्ञान आयोग ने की स्पष्ट सिफारिश
रोष व्यक्त करते टीचर (तस्वीर द ट्रिब्यून से साभार
मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. शशि थरूर ने कहा है कि 2009 के राष्ट्रीय शिक्षा अधिकार अधिनियम (आरटीई) के अनुसार किसी भी शिक्षक को जनगणना, आपदा राहत ड्यूटी अथवा स्थानीय निकायों या राज्य विधान मंडल या संसद के चुनावों से संबंधित ड्यूटी को छोड़ कर किसी अन्य गैर शैक्षिक प्रयोजन के लिए तैनात नहीं किया जा सकता। 
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ज्ञान आयोग ने भी सिफारिश की है कि मतदान केंद्रों के प्रबंधन और सर्वेक्षणों आदि के लिए आंकड़े एकत्र करने जैसे अनेक प्रकार के गैर शैक्षिक कार्यों में शिक्षकों को तैनात करने से शिक्षण के लिए समय में कटौती होती है और शिक्षकों के व्यावसायिक स्तर को कम करके आंका जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों में अन्य श्रेणियों के सरकारी कर्मचारियों को लगाया जा सकता है या इन प्रयोजनों के लिए विशेष रूप से कर्मचारी नियोजित किए जा सकते हैं। शिक्षकों पर ऐसे दायित्वों का बोझ कम किया जाना चाहिए। यह जानकारी मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री शशि थरूर ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी। (पीआईबी)
******
वि. कासोटिया/देवेश/संगीता/राजीव/बेसरा-5430


लुधियाना के कालेज में रही तीज की धूम 

मेहनत, जज्बे और बहादुरी की एक सच्ची कहानी



Saturday, August 10, 2013

लुधियाना के कालेज में रही तीज की धूम

मास्टर तारा सिंह मेमोरियल कालेज में हुआ रंगारंग कार्यक्रम
लुधियाना: 8 अगस्त; 2013: (रेक्टर कथूरिया/पंजाब स्क्रीन): तीज का त्योहार इस बार भी हर तरफ हर्षो उल्लास और धूमधाम से मनाया गया इस सम्बन्ध में एक शानदार कार्यक्रम लुधियाना के मास्टर तार सिंह मेमोरियल कालेज में भी हुआ हर बार की तरह इस बार भी कॉलेज में सजी-धजी मुटियारें हर तरफ मस्ती, डांस और पंजाबी गानों की धूम से  पूरे माहौल को संगीत और डांस के जादू से यादगारी बना रहीं थीं। कार्यक्रम के दौरान कुछ अलग सा ही नजारा था मास्टर तारा सिंह मेमोरियल कॉलेज फॉर वुमन का। गौरतलब है कि इस बार कालेज में तीज कार्यक्रम के साथ-साथ फ्रेशर पार्टी का भी आयोजन किया गया। आसमान में आँख मिचोली खलते बादल, सावन की फुहारें, सजी-संवरी, झूला-झूलतीं पंजाबी पहरावे में मोहक लगती मुटियारें तो कहीं मेंहदी रचाती लड़कियां हरव तरफ एक अलग सा रंग था। कहीं रंग-बिंरगी चूडिय़ों की खनखनाहट सुने दे रही थी तो कहीं मुटियारों के सिर पर सजी संतरंगी चुन्नियां और सगी-फूल टीका कोका भूले बी इसरे पंजाब के याद ताज़ा करा रहे थे। वातवरण में गूंजती पंजाबी लोक धुनें और गिद्दे की धमक ने मंच पर एक बार तो वही पंजाब रच दिया था जो अब तेज़ी से लुप्त होता जा रहा है।
        हर तरफ रंग था, जोश था, उत्साह था और आधुनिकता के साथ साथ अपनी परम्परा को अपने साथ बनाये र्ख्न्र का दृढ़ संकल्प भी था पंजाब की परम्परा को दिखाती पंजाबी ड्रेस और आधुनिक जमाने के साथ कदम मिलाने का जोश दिखाती वेस्टर्न ड्रेस में सजी लड़कियां अपनी परफार्मेंस देने का इंतजार कर रही थीं। 
अपने टीवी के अतीत को एक बार फिर ज्वलंत करती तेजिन्द्र कौर और उसकी टीम की सदस्याएं अपने मनमोहक बोलों और खनखनाती सुरीली आवाज़ के साथ दर्शकों को शुरू से लेकर अंत तक बांधे रखने में कामयाब रहीं दर्शक और श्रोता मन्त्र मुग्ध हुए नजर आ रहे थे जैसे उन पर किसी ने जादू कर दिया हो। संगीत का जादू, मस्ती का जादू, कुछ बन दिखाने का जोश, कुछ कर दिखाने का संकल्प---तीज के बहाने से इन छात्रायों में छुपी कला और आगे बढने की ललक पंख लगा कर बाहर आ रही थी। सुनिश्चित है की अगर यह कार्यक्रम न हुआ होता तो उह कला अंतर मन के किसी कोने में लगातार छुपी की छुपी ही रह जाती
         इस मौके पर कॉलेज प्रबंधक कमेटी के प्रधान स्वर्ण सिंह तथाप्रबंधक कमेटी के ठेकेदार कंवलइंद्र भी मौजूद रहे।  कॉलेज प्रिंसीपल प्रवीण कौर चावला ने जहाँ तीज के महत्व की चर्चा की वहीँ नई छात्रयों को सुस्वागतम भी कहा मिस तीज और मिस फ्रेशर प्रतियोगिता भी करवाई गई। जिसमें तियां दी रानी अर्शदीप कौर, कुड़ी पंजाबण हरमनदीप कौर बनीं तथा कुड़ी मजाजण का ताज नवदीप कौर के सिर सजा। नए आए स्टूडेंट्स के लिए मिस फ्रेशर ऐश्वर्या बनी, फस्र्ट रनरअप शिफाली और सेकेंड रनरअप हरप्रीत कौर बनीं। सभी विजेताओं को प्रधान स्वर्ण सिंह, कंवलइंद्र सिंह ठेकेदार और प्रिंसीपल प्रवीण कौर चावला ने सम्मानित किया।

लुधियाना: हर्षो-उल्लास से मनाया गया तीज का त्यौहार 

लुधियाना के कालेज में रही तीज की धूम 

Wednesday, August 7, 2013

भारतीय आर्थिक सेवा/भारतीय सांख्‍यिकी सेवा परीक्षा

06-अगस्त-2013 20:41 IST
परीक्षा, 2012 के परिणाम घोषित
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा दिसम्‍बर, 2012 में आयोजित भारतीय आर्थिक सेवा/भारतीय सांख्‍यिकी सेवा परीक्षा, 2012 की लिखित परीक्षा और तत्‍पश्‍चात् जून, 2013 में हुए व्‍यक्तित्‍व परीक्षण के परिणामों के आधार पर भारतीय आर्थिक सेवा के लिए 31 उम्‍मीदवारों, जिनमें 16 सामान्‍य (पीएच - 2 के 01 सहित), 08 अन्‍य पिछड़ा वर्ग, 05 अनुसूचित जाति और 02 अनुसूचित जनजाति के उम्‍मीदवार शामिल हैं, की योग्‍यताक्रम में अनुशंसा 31 रिक्तियों (जिनमें 16 सामान्‍य, 08 अन्‍य पिछड़ा वर्ग, 05 अनुसूचित जाति और 02 अनुसूचित जनजाति) के प्रति की गई है जिनमें पीएच-2 और पीएच-3 प्रत्‍येक के लिए के लिए आरक्षित 01 रिक्ति भी शामिल है और भारतीय सांख्‍यिकी सेवा के लिए 21 उम्‍मीदवारों, जिनमें 10 सामान्‍य, 09 अन्‍य पिछड़ा वर्ग, 02 अनुसूचित जाति के उम्‍मीदवार शामिल हैं, की योग्‍यताक्रम में  अनुशंसा 38 रिक्तियों (जिनमें 16 सामान्‍य, 07 अन्‍य पिछड़ा वर्ग, 10 अनुसूचित जाति और 05 अनुसूचित जनजाति) के प्रति की गई है जिसकी सूची संलग्‍न है जिनमें पीएच-1 के लिए 02 और पीएच-3 के लिए आरक्षित 1 रिक्ति भी शामिल है।

2.    अनुक्रमांक 4071 और 5575 (भारतीय आर्थिक सेवा) तथा 1957 एवं 7731 (भारतीय सांख्‍यिकी सेवा) वाले उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अनंतिम है ।

3.    सूची में नाम के समक्ष दिए गए आंकड़े उम्‍मीदवारों की अनुक्रमांक को दर्शाते हैं ।

4.    संघ लोक सेवा आयोग के परिसर “सी गेट” के नजदीक एक “सुविधा केन्द्र” है । उम्मीदवार इस केन्द्र से अपनी परीक्षा/भर्ती के संबंध किसी भी प्रकार की जानकारी/स्‍पष्‍टीकरण कार्य दिवसों में प्रात: 10.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक स्वयं आकर अथवा दूरभाष संख्या 011-23385271/011-23381125/011-23098543 से प्राप्त कर सकते हैं । परिणाम, संघ लोक सेवा आयोग की वेबसाइट http://www.upsc.gov.in  पर भी उपलब्ध  होगा । जिन उम्‍मीदवारों ने अर्हता प्राप्‍त नहीं की है उनके अंक पत्रक आयोग की वेबसाइट पर अंतिम परिणाम की घोषणा के 15 दिनों के अंदर प्रदर्शित कर दिए जाएंगे और  ये 45 दिनों की अवधि के लिए वेबसाइट पर उपलब्‍ध रहेंगे । 


भारतीय आर्थिक सेवा परीक्षा 2012
क्र.सं. अनुक्रमांक   नाम                 
1.        86             साकेत मालवीय
2.      2708             राहुल कुमार राकेश
3.      9503             अंशु शेरावत
4.      7523              अनुश्री राहा
5.     12305             आकांक्षा अरोड़ा
6.      8398              दिव्‍या शर्मा
7.      6550              सात्‍विक देव
8.      2379             आरती एल आर
9.      1196             राघव भट्ट
10.     8867             शालिनी गुप्ता
11.     1551             रीमा जैन
12.    13045             प्रेरणा साही
13.    11760             गौरव कुमार झा
14.     6181             एम राहुल
15.     6825             शालिनी महाजन
16.    10172             नेहा यादव               
17.     8395             विजित कृष्णन के                                
18.    10005             अमित साहू              
19.    14514             पुनीत कुमार       
20.     5575             नीरज कुमार       
21.    4195             सतिंदर कुमार            
22    4071             शिंदे आशीष अशोक
23.     6607             कामिनी तांडेकर          
24.     7118             हरीश कुमार कल्‍लेगा
25.    2319             दीपक कुमार दास         
26.     6420             रबि रंजन               
27.     7276             जगदीश कुमार           
28.    1772             गौरव कटियार            
29.     7186             विजय कुमार       
30.     7132              पौसियानमुआंग तुंगलुट     
31.    10680             एनजी यिरमायई          

भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा 2012

क्र.सं. अनुक्रमांक नाम                      
1.      2431             मोनिका कुमावत                
2.      7139             सृजन आचार्य
3.       420             अर्चना शुक्ला
4.      2318             गुंजन वर्मा                    
5.      1678             अक्सा इलाही
6.      2621             रिंकी गुप्ता
7.      1036             गायकवाड़ कीर्ति नंदकिशोर
8.      3961            रॉनी जोस कोक्‍काड
9.      3323            पुष्‍पेन्‍द्र सिंह
10.     7988           मानवी अग्रवाल
11.    3073             पल्लवी अग्रवाल
12.     1957             शिव बालक वर्मा                
13.     5633             सचिन कुमार यादव       
14.     7725             नवदीप सिंह             
15.     1606             दीपक कुमार               
16.     1815           विकास निगम
17.       39            कुवर आलोक सिंह यादव         
18.     7731             ऋतु                          
19.     3426             सुनील कुमार पटेल        
20.     6134             जितेंद्र कुमार वर्मा              
21.     7474        विनीश पी पी
            
     संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आज यहां जारी एक प्रेस नोट में यह जानकारी दी गई है।
***
वि.कासोटिया/सुधीर/मनोज-5344

Sunday, June 23, 2013

मेहनत, जज्बे और बहादुरी की एक सच्ची कहानी

इस बेटी के ज़ज्बे को सलाम
पत्रकार राजीव गुप्ता ने दिलाई एक वीरांगना को बाल विवाह के बंधन से मुक्ति 
पढाई का सारा खर्च दूसरे के खेतों मे मजदूरी कर उठाया
वर्तमान समय में बब्बी कुमारी दिल्ली स्थित जवाहरलालनेहरू विश्वविद्यालय से सोशियोलोजी की छात्रा हैं और इस समय ग्रीष्मावकास और वृद्ध पिता जी की तबियत ठीक न होने के कारण इन दिनों देवरिया जिले के साहबाज़पुर गाँव में अपने घर आयीं हुई हैं. इन्होने सपने मे भी नही सोचा था कि परिवार और समाज के चलते इतनी मुसीबतों का सामना करना पडेगा. दरअसल परिवार और समाज़ के दबाव के चलते इनका विवाह उस समय हुआ था जब यें बारहवीं कक्षा की छात्रा थी. परंतु पढने की ललक के चलते उस समय इन्होनें विवाहोपरांत ससुराल जाने से मना कर दिया परिणामत: ‘गवना’ की र को कुछ दिनों के लिये टाल दिया गया. इन्होने अपने पति जो कि एक अनपढ हैं और कमाने के लिये शुरू से ही शहर मे रहते थे, से अपनी पढने की इच्छा जतायी तो उन्होने किसी भी प्रकार की सहायता देने के लिये मना कर दिया. परंतु इस बहादुर बेटी ने हार न मानने की ठान ली. माता-पिता की अस्वस्थता और उनकी निर्धनता के चलते इन्होने अपने स्नातक की पढाई का सारा खर्च दूसरे के खेतों मे मजदूरी कर उठाया. बहन की पढने की इस लगन को देखकर इनके बडे भाई जो कि उस समय खुद पढाई करते थे, ने अपनी बहन को दूसरे के खेत में मजदूरी के लिये जाने हेतु मना कर खुद मजदूरी करने लग गये. बहन-भाई की इस मेहनत का परिणाम सकारात्मक आया. कालंतर में बब्बी कुमारी का स्नातकोत्तर हेतु
राजीव गुप्ता
जवाहरलालनेहरू विश्वविद्यालय के सोशियोलोजी कोर्स मे चयन हो गया और बब्बी कुमारी जे.एन.यू. चली गयी. जब इनकी ससुराल वालों को बब्बी कुमारी की इस सफलता के बारे में पता चला तो उन्होने ‘गवना’  के लिये समाज की सहायता से इनके परिवार वालों के ऊपर दबाव बनाना शुरू किया परंतु बब्बी कुमारी और इनके भाई मुन्ना किसी भी प्रकार के दबाव के आगे नही झुके. बब्बी कुमारी बताती है कि जे.एन.यू. जाने के बाद जब तक छात्रावास नही मिला तब तक यह वहाँ के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक छात्रा के साथ कुछ दिनों तक रही. नम आँखों से बब्बी कुमारी ने बताया कि उनके साथ ऐसा समय कई बार आया जब इनके पास न्यूनतम कपडे तक नही होते थे और आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक बार तो इन्होने आत्महत्या तक विचार बना लिया था परंतु इन्होने अपनी गरीबी को ही अपनी असली ताकत बनाने की सोचा. कुछ महीने बाद इन्हे छात्रावास मिला तथा छात्रावृत्ति भी मिलने लगी और आगे की पढाई का मार्ग प्रशस्त हुआ. इन्होने अपने पति से कई बार आर्थिक मदद के लिये कहा परंतु हर बार वो मना कर देता था. हारकर इन्होने भविष्य में अपने पति से कोई रिश्ता न रखने के लिये कहा तो उसने कुछ पैसे भेजें. इनकी आर्थिक–स्थिति को इनके साथ रहने वाली मित्र से जब नही देखा गया तो वह आगे आयी और इनकी हर प्रकार की सहायता की.
जे.एन.यू के एम.फिल की प्रवेश परीक्षा देकर ये अपने गाँव चली आयी. इनके गाँव आते ही इन्हे जबरदस्ती ससुराल ले जाने के लिये इनके ससुराल वालें कई लोगों के साथ इनके घर आ धमके. परंतु जब इनके भाई और इन्होने अपने ससुराल वालों के इस कृत्य का विरोध किया तो सैकडों गाँव वालों और खाप पंचायत के सामने अनुसूचितजाति-समाज की इस बेटी को खीँचकर ले जाने की कोशिश की गई परंतु इनके भाई के अलावा किसी ने भी इस कृत्य को रोकने की हिम्मत नही दिखायी. चिंतन-मनन के पश्चात किसी प्रकार वहाँ उपस्थित लोगों से इन्होने अगले दिन तक का समय मांगा और दिल्ली स्थित एक स्वतंत्र पत्रकार राजीव गुप्ता को फोनकर अपनी सारी स्थिति बताते हुए मदद मांगी. बस यही से इस पूरे घटनाक्रम मे तेज़ी से बदलाव आया. अगली सुबह ही जिला उप-जिलाधिकारी श्री दिनेश गुप्ता के संज्ञान मे सारा विषय आ गया और प्रशासन के सकारात्मक सहयोग और दूरदर्शिता के चलते दोनों परिवारवालों के बीच विवाह-खत्म करने की सहमति बनी. समाज-उपेक्षा से बब्बी को तो अब मुक्ति मिल जायेगी परंतु अभी भी बब्बी कुमारी की आर्थिक समस्या मुँह बाये खडी है फिर भी बब्बी कुमारी ने नेट, जे.आर.एफ जैसी छात्रवृत्ति पाने की आशा रखते हुए प्रशासनिक सेवा में जाने का अब मन बना लिया हैं.  
राजीव गुप्ता, स्वतंत्र पत्रकार , 09811558925             
इस बेटी के ज़ज्बे को सलाम

Thursday, June 6, 2013

भोपाल में अटल बि‍हारी वाजपेयी हि‍न्‍दी वि‍श्‍ववि‍द्यालय

06-जून-2013 17:02 IST
राष्‍ट्रपति‍ नेरखी आधारशि‍ला 
राष्‍ट्रपति‍श्री प्रणब मुखर्जी ने आज भोपाल में अटल बि‍हारी वाजपेयी हि‍न्‍दी वि‍श्‍ववि‍द्यालय की आधारशि‍ला रखी। 
श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि‍सरकार तथा जनता के बीच भाषा की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। सामाजिक कल्याण तथा विकास के कार्यक्रमों की सफलता भाषा पर निर्भर करती है। इसलिए हमें हिंदी तथा क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देना चाहिए। हमारे राष्ट्र को जोड़ने में हिंदी का अह्म योगदान है। यह भारत की सामाजिक तथा सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। 

राष्‍ट्रपति‍महोदय ने कहा कि‍समाज और राष्ट्र के विकास में शिक्षा की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। महिलाओं और बच्चों के प्रति बढ़ते अपराध अत्‍यंत चिंता का वि‍षय हैं। इसके अलावा, हमारे समाज को आत्मचिन्तन करते हुए नैतिकता में हो रहे पतन को भी रोकने की जरूरत है। हमारे विश्वविद्यालयों को नैतिक चुनौतियों का सामना करने के लिए एक अभियान चलाना होगा। उन्‍होंने कहा कि‍हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे युवाओं में देश के प्रति प्रेम; दायित्वों का निर्वाह; सभी के प्रति करुणा; भिन्नताओं का सम्मान; महिलाओं और बुजुर्गों का आदर; जीवन में सच्चाई और ईमानदारी; आचरण में अनुशासन तथा कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदारी की भावना हो। 

श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि‍2010-20 के दशक को अभि‍नव प्रयोग का दशक घोषि‍त कि‍या गया है। उन्‍होंने कहा कि‍पिछले महीने, मुझे उत्तर प्रदेश और असम के दो केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इनोवेशन क्लबों के उद्घाटन का अवसर मिला। उन्‍होंने कहा कि‍ मैंने विश्वविद्यालयों में आयोजित प्रदर्शनियों को भी देखा। उन्‍होंने वि‍श्‍ववि‍द्यालय से आग्रह कि‍या कि‍वह अपने यहां भी नवान्वेषण संस्कृति शुरू करने के लिए पहल करे। 

इस अवसर पर 'अटल संवाद' नामक एक न्‍यूज़लेटर भी जारी कि‍या गया, जि‍सकी पहली प्रति‍राष्‍ट्रपति‍महोदय को भेंट की गई। (PIB)

वि. कासोटिया/अरुण/मनीषा-2659

Saturday, May 4, 2013

सिविल सेवा परीक्षा 2012 के महत्‍वपूर्ण मुख्‍य बिंदु

03-मई-2013 20:11 IST
2,71,422 उम्‍मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए थे
संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2012 के अंतिम परिणाम 3, मई 2013 दिन शुक्रवार को घोषित कर दिये। इन परिणामों के महत्‍वपूर्ण मुख्‍य बिंदु निम्‍नलिखित हैं: 
• सिविल सेवा परीक्षा (प्राथमिक) 2012, 20 मई 2012 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में आवेदन करने वालों की 5,36,506 की संख्‍या एक कीर्तिमान था, जिसमें से वास्‍तव में 2,71,422 उम्‍मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए थे। 
• अक्‍टूबर 2012 में होने वाली मुख्‍य लिखित परीक्षा के लिए 13,092 उम्‍मीदवारों को सफल घोषित किया गया जिसमें से 2674 उम्‍मीदवारों का चयन मार्च-अप्रैल 2012 में होने वाले व्‍यक्तित्‍व परीक्षण के लिए किया गया। अंत में 998 उम्‍मीदवारों (753 पुरूष और 245 महिलाएं) की 1091 रिपोर्ट की गई रिक्तियों के समक्ष भारतीय प्रशा‍सनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और अन्‍य केन्‍द्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई। वर्तमान में खाली बची 92 रिक्तियां सामान्‍य मानकों से सफल होने वाले आरक्षित उम्‍मीदवारों के लिए हैं। सेवा आंवटन के लिए यह उम्‍मीदवार विकल्‍प के आधार पर निर्भर करेंगे, यह रिक्तियां आयोग द्वारा बनायी जाने वाली आरक्षित सूची से अनुशंसित उम्‍मीदवारों द्वारा भरी जायेंगी। 

• शीर्ष स्‍थान पर एक महिला उम्‍मीदवार सुश्री हर्षिता वी. कुमार (रोल नम्‍बर 075502) हैं। उन्‍होंने केरल विश्‍वविद्यालय से बी.टेक किया है। यह उनका चौथा प्रयास था। 

• दूसरे स्‍थान पर श्री वी. श्रीराम (रोल नम्‍बर 494891) रहे। वह केरल विश्‍वविद्यालय से एमबीबीएस हैं। यह उनका दूसरा प्रयास था। 

• तीसरा स्‍थान भी एक महिला सुश्री स्‍तुति चौहान (रोल नम्‍बर 038970) ने ही हासिल किया। उन्‍होंने जोधपुर विश्‍वविद्यालय से बीएससी किया और दिल्‍ली के आईआईपीएम से कार्मिक और विपणन प्रबंधन में स्‍नातकोत्‍तर डिप्‍लोमा किया है। यह उनका तीसरा प्रयास था। 

• सामान्‍य, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति सभी में शीर्ष स्‍थान महिलाओं ने ही हासिल किया है। शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में 13 पुरूष और 12 महिलाएं हैं। 

• इस परीक्षा में सफल हुए उम्‍मीदवार एक अखिल भारतीय विभाजन की प्रदर्शनी भी है। शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में वह उम्‍मीदवार हैं जो अपने आपकों को बारह राज्‍य/ केन्‍द्र शासित प्रदेशों के निवसी होने के रूप में दावा कर सकते हैं अर्थात आन्‍ध्र प्रदेश, बिहार, चण्‍डीगढ़, दिल्‍ली, हरियाणा, जम्‍मु-कश्‍मीर, कर्नाटक, केरल, महाराष्‍ट्र, राजस्‍थान, तमिलनाडु और उत्‍तर प्रदेश। 

• जीवन के सभी क्षेत्रों जैसे किसान, अध्‍यापक, व्‍यवसायी, सरकारी कर्मचारी, डॉक्‍टर, वकील, प्रोफेसर और सिविल सेवा से आने के कारण शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मदवारों की पारिवारिक पृष्‍ठभूमि विविधतापूर्ण प्रतिनिधित्‍व दर्शाती है। 

• शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में से 6 अपने पहले प्रयास में वरीयता सूची में थे, 9 दूसरे प्रयास में वरीयता सूची में थे, 8 तीसरे प्रयास में और चौथे और छठे प्रयासों में एक एक उम्‍मीदवार वरीयता सूची में थे। 

• शीर्षस्‍थ 25 उम्‍मीदवारों में 12 दिल्‍ली से थे; 4 तिरूवंनतपुरम, दो-दो चैन्‍नई और हैदराबाद से और एक-एक जम्‍मु, मुम्‍बई, जयपुर, चण्‍डीगढ और इलाहाबाद केन्‍द्र से थे। 

वि.कसोटियाध्/ महेश राठी- 2220

Friday, May 3, 2013

जाली प्रमाण पत्र के आधार पर प्रवेश

03-मई-2013 15:29 IST
एमबीबीएस में प्रवेश प्राप्‍त करने के दो मामले सरकार के नोटिस में
स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्‍तर में बताया कि 15 प्रतिशत ऑल इंडिया कोटा के अंतर्गत वर्ष 2010-11 में जाति संबंधी जाली प्रमाण पत्र के आधार पर राजस्‍थान में जयपुर मेडिकल कॉलेज और गुजरात में अहमदाबाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश प्राप्‍त करने के दो मामले सरकार के नोटिस में आए हैं। लेकिन डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया को इस तरह का कोई मामला नहीं मिला है। 

मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश से संबंधित शिकायतों को उचित कार्रवाई के लिए संबंधित कॉलेज, राज्‍य सरकार तथा भारतीय चिकित्‍सा परिषद को भेज दिया गया है। 

उच्‍चतम न्‍यायालय के निर्देशों के अनुसार प्रत्‍येक राज्‍य में प्रवेश और फीस ढांचे के निर्धारण से संबंधित समिति है, जो फीस के ढांचे पर तथा प्रवेश प्रक्रिया की निष्‍पक्षता और पारदर्शिता पर नजर रखती है। (PIB)

मीणा/राजगोपाल/तारा – 2200

Wednesday, April 24, 2013

बीच में पढ़ाई छोड़ने की समस्‍या

11-अप्रैल-2013 20:13 IST
सृजनात्‍मक हल: कस्‍तूरबा गांधी बालिका विद्यालय
विशेष लेख----------                             ------- डा. के परमेश्‍वरन          
हम राजस्‍थान में जयपुर के निकट कनौथी गांव में हम शीला से मिले। एक शर्मीली सी लड़की अपने कक्षा अध्‍यापक के पुकारे जाने पर खड़ी हुई और पूरे आत्‍मविश्‍वास के साथ कहा – ‘माई नेम इज़ शीला आई एम स्‍टडिंग इं‍गलिश इन दिस स्‍कूल। आई लाइक द स्‍कूल वैरी मच’। इस लेख को पढ़ने वाले पाठकों को जो बात हैरान कर सकती है वह है कि शीला 18 वर्ष की है जिसने कभी कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली है और पश्चिमी राजस्‍थान के सीमांत क्षेत्र से शायद वह पहली है जो अंग्रेज़ी भाषा बोलती है। यह सब सर्व शिक्षा अभियान के तहत लड़कियों के लिए आवासीय विद्यालय कार्यक्रम कस्‍तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी)के कारण संभव हो सका है।
कस्‍तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना लड़कियों के लिए विशेषकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्‍य पिछड़ा वर्ग तथा अल्‍पसंख्‍यक समुदाय की लड़कियों के लिए उच्‍च प्राथमिक स्‍तर के आवासीय वि़द्यालय स्‍थापित करने के लिए आरंभ की गई। यह योजना देश के शैक्षणिक रूप से पिछड़े इलाकों में लागू की जा रही है जहां ग्रामीण महिला साक्षरता राष्‍ट्रीय दर से पिछड़ी है तथा साक्षरता में लिंग भेद राष्‍ट्रीय दर से ऊपर है।  कस्‍तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना का उद्देश्‍य समाज के वंचित तबके की लड़कियों को अच्‍छी शिक्षा मुहैया कराने के लिए आवासीय विद्यालय स्‍थापित करने का है।
यह योजना 27 राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की जा चुकी है। इनमें राजस्‍थान, तमिलनाडू, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, छत्‍तीसगढ़, दादर एवं नागर हवेली, दिल्‍ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्‍मू तथा कश्‍मीर, झारखंड, मध्‍यप्रदेश, महाराष्‍ट्र, मणिपुर, आसाम, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड, ओडिषा, पंजाब, त्रिपुरा, उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखंड तथा पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
वर्तमान जनगणना के आंकड़ों के अनुसार 2010-11 के आरंभ में केजीबीवी का विस्‍तार निम्‍न ग्रामीण स्‍त्री साक्षरता वाले शैक्षणिक रूप से पिछड़े सभी इलाकों में किया जा चुका था। सबसे ताज़ा प्राप्‍त आंकड़ों के अनुसार सरकार अभी तक कुल 2578 केजीबीवी को अनुमोदित कर चुकी है। इनमें से 427 केजीबीवी मुस्लिम बहुत क्षेत्रों में, 612 अनुसूचित जाति तथा 688 अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में अनुमोदित किए गए हैं।
राजस्‍थान में स्‍थापित 200 केजीबीवी में से प्रत्‍येक या तो सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) अथवा राष्‍ट्रीय माध्‍यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) के तहत स्थापित किए गए हैं, ये दोनों कार्यक्रम ही बीच में पढ़ाई छोड़ने की समस्‍या की रोकथाम के लिए हैं। योजना के तहत प्रत्‍येक विद्यार्थी को दो जोड़ी वर्दी, जूते, मोजे पढ़ाई का सामान खरीदने के लिए 1800 रू. दिए जाते हैं। विद्यार्थियों को खाने के लिए प्रतिदिन 30 रूपए भी दिए जाते हैं। केजीबीवी की प्रधानाचार्या सुश्री दिनेम चतुर्वेदी का कहना है कि बढ़ते हुए खर्चों के मद्देनज़र भोजन के लिए दी जाने वाली राशि बढ़ाई जा सकती है। उन्‍होंने यह जानकारी भी दी कि विद्यार्थियों को रोज़ाना दिए जाने वाले भोजन में उनकी पोषण संबंधी आवश्‍यकताओं और स्‍वाद का भी ध्‍यान रखा जाता है। सुश्री चतुर्वेदी और उनके साथी कर्मचारियों ने यह भी बताया कि अंग्रेज़ी, विज्ञान, तथा गणित जैसे प्रमुख विषयों के अतिरिक्‍त मूल्‍य शिक्षा, सामान्‍य ज्ञान आदि की भी कक्षाएं लगाई जातीं हैं।
इसके अतिरिक्‍त सिलाई, कंप्‍यूटर एप्‍लीकेशन, डिज़ाइनिंग जैसे व्‍यवसायिक कौशलों में भी लड़कियों को शिक्षा दी जा रही है।
केजीबीवी योजना का एक दिलचस्‍प पहलू यह है कि विभिन्‍न राज्‍यों की छात्राएं हॉस्‍टल जैसी सुविधाओं का उपयोग कर पा रही हैं। कनौथी के इस आवासीय विद्यालय में बीकानेर जैसे सुदूर के क्षेत्रों से भी छात्राएं आ रही हैं। अन्‍य खास बात यहां के प्रशासन में स्‍थानीय लोगों का शामिल होना है। स्‍थानीय महिलाओं और अभिभावकों की बहुलतावाली एक समिति विद्यालय और हॉस्‍टल के रोज़मर्रा के प्रशासन को संभालती है। समाज सेवक, शिक्षाविद् तथा अभिभावक इस समिति के सक्रिय सदस्‍य हैं।
हमने कोने में चुपचाप खड़ी मुखारी से भी बात की। मुस्‍कुराते हुए उसने बताया कि उसे अंग्रेज़ी और गणित दोनों की कक्षाओं में मज़ा आता है। उसने बताया कि वह अपने गांव छोटिया पीलिया में अंग्रेज़ी की शिक्षिका बनना चाहती है। यहां एक सीमांत भारतीय गांव की एक लड़की है जो अपने गांव को अपनी शिक्षा से अर्जित क्षमता से लाभ पहुंचाना चाहती है। इस बालिका के इस जवाब से केजीबीवी कार्यक्रम की सफलता का स्‍वत: ही पता चलता है।             (पत्र सूचना कार्यालय विशेष लेख)
* स्वतंत्र लेखक

नोट: लेखक द्वारा व्‍यक्‍त विचार उसके अपने हैं और आवश्‍यक नहीं कि वे पत्र सूचना कार्यालय के विचारों से मेल खायें।

वि.कासोटिया/रजनी/-69

Friday, April 12, 2013

अंग्रेजी: युवाओं ने सीखे सफलता के गुर

ब्रिटिश काउन्सिल ने किया पंजाब में दो नए केंद्र खोलने का एलान
साथ ही की गई स्कालरशिप की भी घोषणा
सफलता की राहें कभी भी आसान नहीं होतीं लेकिन गुरु मिल जाये तो दुर्गम रास्ते भी देखते ही देखते आसान बन जाते हैं, पर्वत भी राह छोड़ देते हैं। कुछ ऐसा ही आभास हुआ आज लुधियाना के एक सेमिनार में। एक सुविख्यात होटल में आयोजित इस सेमिनार का समापन होने पर जब छात्र वहां से निकले तो उनके चेहरों पर एक नई तरह की ख़ुशी थी, आँखों में एक अदभुत चमक और कदमों में एक आत्म विश्वास।  लगता था इन्हें कुछ ऐसा मिल गया है जिसकी आशा शायद इन्हें भी नहीं थी।यूं बात है भी कुछ ऐसी ही थी। इन युवायों ने अब अंग्रेजी को अपनी मुट्ठी में बंद कर लिया था। कुछ ऐसे गुर सीख  लिए थे जिनसे जिंदगी में सफलता आने लगती है। इन्हें पता चल गया था कि अंग्रेजी में c, u, t को कट और  p, u, t को पुट क्यूं कहा जाता है। अब इन्हें विदेश जाने या फिर देश में ही रह कर कोई अच्छी नौकरी पाने का यकीन हो चला था। यह सब सम्भव हुआ था अच्छा गुरु मिल जाने से। यहाँ इस सेमिनार में भी इन्हीं बारीकियों की चर्चा हुई। ब्रिटिश काउन्सिल और कैपरी इन्सीच्यूट के सहसहयोग हुए इस सेमीनार में ब्रिटिश काउन्सिल की ओर से आये थे अश्विनी पण्डे और कैपरी इन्सीच्यूट की और से मौजूद थे नितिन चावला और अंजली चावला।अंजली चावला IELTS विभाग की प्रमुख हैं जबकि नितिन चावला केपरी संस्थान के निदेशक हैं। इस अवसर पर पहुंचे विशेषज्ञ अश्विनी पाण्डेय ब्रिटिश काउन्सिल के मार्कीटिंग मैनेजर हैं। श्री पाण्डेय ने पंजाब में दो नए केंद्र खोलने की घोषणा भी की और योग्यता को प्रोत्साहन देने के लिए स्कालरशिप देने की घोषणा भी की। छात्रों को इस मामले में एक एक बारीकी समझाने का जो तरीका मैडम हरजोत कलसी ने अपनाया वह बहुत ही अदभुत था। 

Tuesday, April 9, 2013

शि‍क्षा प्रणाली में व्‍यापक सुधार की आवश्‍यकता: राष्‍ट्रपति

09-अप्रैल-2013 18:54 IST
17 स्‍नाकोत्‍तर छात्रों को स्‍वर्ण पदक दि‍या
राष्‍ट्रपति‍ श्री प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि‍ देश के उच्‍च शि‍क्षण संस्‍थानों को नये-नये खोज और अनुसंधान संस्‍थान के रूप में वि‍कसि‍त करना होगा। उन्‍होंने कहा कि‍ आज हमारे वि‍श्‍ववि‍द्यालयों और तकनीकी संस्‍थानों की सबसे बडी चुनौती गुणवत्‍ता की है। उन्‍होंने कहा कि‍ हमें वर्तमान शि‍क्षा प्रणाली में तेजी से बदलाव करने पडेंगे। राष्‍ट्रपति‍ ने कहा कि‍ हमें अपनी वि‍चार प्रक्रि‍या में दक्षता और श्रेष्‍ठता की संस्‍कृति‍ वि‍कसि‍त करनी पडेगी। श्री मुखर्जी आज कुरूक्षेत्र में एनआईटी के दीक्षांत समारोह में भाषण दे रहे थे। 

राष्‍ट्रपति‍‍ ने कहा कि‍ आज प्राकृति‍क संसाधनों की कमी हो रही है। ऐसे में नये-नये खोज, अनुसंधान और टेक्‍नोलॉजी उन्‍न्‍यन से ही भवि‍ष्‍य के लि‍ए वि‍कास सुनुश्‍चि‍त कि‍या जा सकता है। हाल की फोर्बस्‍ सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उन्‍होंने कहा कि‍ इसमें वि‍श्‍व की खोजी और अनुसंधान परक कंपनि‍यों में भारत की केवल तीन कंपनि‍यां शामि‍ल है। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की अगर भारतीय उच्‍च शि‍क्षण संस्‍थान खोज और अनुसंधान को स्‍थाई गुण बना लें तो ऐसे सर्वेक्षणों में भारतीय कंपनि‍यों की संख्‍या बढेगी। 

राष्‍ट्रपति‍ ने वि‍भि‍न्‍न पाठ्यक्रमों में शोध की आवश्‍यकता पर जोर भी दि‍या। इस अवसर पर उन्‍होंने 17 स्‍नाकोत्‍तर वि‍द्यार्थि‍यों को स्‍वर्ण पदक दि‍या। 


वि. कासोटिया/गांधी/सुजीत/- 1783

Thursday, April 4, 2013

सीबीएसई की ओर से मनोवैज्ञानिक काउंसिलिंग

04-अप्रैल-2013 19:01 IST
टोल-फ्री नम्‍बरों के जरिये छात्रों को काउंसिलिंग सुविधा
केन्‍द्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मई-जून के दौरान परीक्षा परिणाम घोषित करने के समय 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक हेल्‍प-लाईन शुरू की है। यह हेल्‍प-लाईन प‍रीक्षा संबंधी मानसिक दबाव का सामना करने के लिए छात्रों को मनोवैज्ञानिक काउंसिलिंग प्रदान करेगी। काउंसलिंग सुविधा टोल-फ्री नम्‍बरों पर पूरे देश में उपलब्‍ध होगी। छात्र टोल-फ्री नम्‍बर 1800118004 से संपर्क कर सकते है। परीक्षा संबंधी चिंता और तनाव होने पर छात्र प्रधानाध्‍यापकों या काउंसलरों से बात कर सकते हैं। इसके विषय में हिन्‍दी और अंग्रेजी राष्‍ट्रीय समाचार पत्रों में प्रश्‍नोत्‍तरी, ऑन-लाईन काउंसलिंग और सीबीएसई की वेब-साईट पर दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ भी उठाया जा सकता है। इस वर्ष काउंसलिंग सेवा परीक्षा के दौरान 01 फरवरी को शुरू की गई थी। 
***
वि.कासोटिया/अरूण/सुनील-1719

उच्‍चतर शिक्षा में प्रस्‍ताव को स्‍वीकृति

04-अप्रैल-2013 18:31 IST
छात्रों की गतिशीलता के लिए राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शिक्षा योग्‍यता प्रारूप
केन्‍द्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड ने कहा है कि राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शिक्षा योग्‍यता प्रारूप (एनएचईक्‍यूएफ) के गठन की समीक्षा के लिए एक सीएबीई समिति गठित की जाएगी। समिति छ: महीने की अवधि के भीतर अपनी सिफारिशें सौपेगी। राजधानी दिल्‍ली में आयोजित सीएबीई की 61वीं बैठक में उच्‍चतर शिक्षा में छात्रों की गतिशीलता बनाये रखने के लिए एक राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शिक्षा अर्हता प्रारूप को गठित करने के प्रस्‍ताव को स्‍वीकृति दे दी गयी। 

एनएचईक्‍यूएफ का प्रमुख उद्देश्‍य विश्वविद्यालयों और डिग्री प्रदान करने वाले शैक्षिक संस्‍थानों के अनुरूप एक बोर्ड प्रारूप प्रदान करना है ताकि वे अपनी अकादमि‍क स्‍वायत्‍ता का उपयोग करते हुए प्रासंगिक पाठ्यक्रम तैयार कर सकें और इससे छात्रों की गतिशीलता पर भी बुरा प्रभाव ना पड़े। एनएचईक्‍यूएफ का उद्देश्‍य विभिन्‍न विषयों में सभी शिक्षण उपलब्‍धियों के लिए एक ऐसा व्‍यापक संकेतक प्रदान करना है जो सभी हितधारकों के विचारों की सहमति से प्रस्‍तुत किया जाएगा। 

इसके अलावा यह सभी उच्‍चतर शिक्षा संस्‍थानों की गुणवत्‍ता और अनुकूलता को बनाए रखने और निगरानी को भी यह प्रारूप एक आधार प्रदान करेगा। राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर उच्‍चतर शिक्षा को तुलनात्‍मक रूप देने के लिए यह प्रारूप उच्‍चतर शिक्षा संस्‍थानों द्वारा सभी विषयों में प्रदान किये जा रहें शिक्षा स्‍तरों की एकल प्रणाली हो सकता है।

***
वि.कासोटिया/संजीव/रामकिशन-1718

Friday, March 29, 2013

डीडी जैन की जसप्रीत रही यूनिवर्सिटी में अव्वल

मनप्रीत कौर और कुसुम ने भी चमकाया नाम 
लुधियाना: 28 मार्च 2013: (शिक्षा स्क्रीन): देवकी देवी जैन कालेज फॉर वूमेन की छात्राओं ने इस बार फिर कमाल कर दिखाई है। एमएससी आईटी पहले सेमेस्टर में इन छात्राओं की कारगुजारी फिर से कई नै उमीदें लेकर आई है। इन छात्राओं ने यूनिवर्सिटी में पहला व तीसरा स्थान पाया है। बेहद सादगी से रहने वाली इसी कालेज की मेघावी छात्रा जसप्रीत कौर ने फिर कालेज का नाम रोधन किया है। उसने 82.16 प्रतिशत अंक ले कर यूनिवर्सिटी में पहला व मनप्रीत कौर ने 81.66 प्रतिशत अंक ले कर तीसरा स्थान पाया है। इसी कालेज की छात्रा कुसुम ने 77.5 प्रतिशत अंक ले कर कालेज में तीसरा स्थान पाया है। कालेज की मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन हीरा लाल जैन, प्रेसीडेंट केदार नाथ जैन, शांति स्वरूप जैन, राज कुमार जैन, बिपिन जैन, सुरिंदर कुमार व कार्यकारिणी प्रिंसिपल पूनम सरीन ने छात्राओं को बधाई दी है। आपको यह खबर खुशखबरी लगी तो आप भी कालेज और छात्रों के लिए कुछ कीजिये न!

लुधियाना: डी डी जैन कालेज की छात्राओं का अच्छा प्रदर्शन 

केसीडबल्यू की छात्राओं का भी शानदार प्रदर्शन