Thursday, December 23, 2021

गोवा के विद्यार्थियों ने की हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल से भेंट

23rd December 2021 at 6:22 PM

राज भवन में शैक्षणिक भ्रमण पर आए थे ये छात्र 


शिमला
: 23 दिसंबर 2021: (एजुकेशन स्क्रीन ब्यूरो)::

छात्र जीवन वास्तव में एक ऐसा सुअवसर होता है जब हमें चहुंमुखी विकास के अवसर निरंतर मिलते हैं। शिक्षा के दौरान हमें वास्तव में ज़िंदगी जीने के तरीके और सलीके आते हैं। कदम कदम पर हमें मार्ग दिखाने वाली शिक्षा सचमुच में कदम कदम पर काम भी आती है। इसी जीवन में मिलते हैं हमें वे लोग जिनसे भेंट आसान नहीं होती।  

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से आज राज भवन में शैक्षणिक भ्रमण पर हिमाचल आए गोवा काॅलेज ऑफ़  फार्मेसी, पंजिम के विद्यार्थियों ने भेंट की।

इस अवसर पर राज्यपाल ने इन विद्यार्थोयों को हिमाचल प्रदेश के इतिहास, भौगोलिक स्थिति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल का वातावरण शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक है। उन्होंने विद्यार्थियांे को हिमाचल प्रदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों और विभिन्न विश्वविद्यालयों की जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल शिक्षा का हब है और यहां साक्षरता दर भी बहुत अच्छी है।

राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 से बचाव उपायों व दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। यह देश का ऐसा प्रथम राज्य है जहां शत-प्रतिशत पात्र आबादी का  कोविड से सुरक्षा के लिए टीकाकरण किया जा चुका है। विद्यार्थियों ने राज्यपाल के साथ शैक्षणिक भ्रमण के दौरान अपने विभिन्न अनुभव साझा किए।

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Wednesday, December 8, 2021

हिमाचल के छात्रों की स्किल मैपिंग होगी-गोविन्द सिंह ठाकुर

8th December 2021 at 9:17 AM

चयनित छात्रों के लिए प्रेक्टिकल कार्य शुरू 


शिमला
: 06 दिसम्बर, 2021: (देवभूमि स्क्रीन//एजुकेशन स्क्रीन)::

शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने आज यहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रदेश में क्रियान्वयन संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्नवयन में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है।  

उन्होंने कहा कि प्रदेश के चयनित विद्यालयों में छठीं, सातवीं और आठवीं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए प्री-वोकेशनल शिक्षा आरम्भ की गई है और इसके अन्तर्गत विद्यालयों को बजट आवंटित किया गया है। प्रदेश के विद्यार्थियों को विस्तृत रूप से प्री-वोकेशनल टेªनिंग प्रदान करने के लिए विद्यार्थियों की स्किल मैपिंग की जाएगी। इससे विद्यार्थियों को उच्चतर कक्षाओं मेें विषय विशेष का चयन करने में सहायता मिलेगी। विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने में प्रदेश से संबंधित आवश्यकताओं और संबंधित जिलों पर आधारित विषयों को ध्यान में रखकर वोकेशनल ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि वोकेशनल विषयों को पाठ्यक्रम आधारित न रखकर गतिविधियों आधारित रखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 140 महाविद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत प्रदेश के महाविद्यालयों को बहुविषयक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रभावी क्रियान्नवयन सुनिश्चित करने के लिए टास्क फोर्स के सदस्यों को बढ़ाकर 21 किया जाएगा। एनईपी के अन्तर्गत प्रदेश से सम्बन्धित विषयों का प्रारूप तैयार करने के लिए प्राथमिक और उच्चतर शिक्षा से सम्बन्धित विशेषज्ञों की स्टेरिंग कमेटी गठित की गई है। उन्होंने अधिकारियों को राज्य से सम्बन्धित पाठ्यक्रम का प्रारूप तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को विषय विशेष से सम्बन्धित विशेषज्ञों का एक डाटा बैंक तैयार करने के निर्देश दिए।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश एनईपी के सफल क्रियान्वयन की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि स्टार परियोजना के अन्तर्गत राज्य के आठ जिलों में परामर्श कार्यशालाएं आयोजित की जा चुकी हैं और शीघ्र ही अन्य जिलों में भी इन कार्यशालाओं का आयोजन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों को एनईपी से सम्बन्धित जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए जिलों के साथ-साथ खण्ड स्तर पर भी यह कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

विद्याभारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी. रामकृष्ण राव, निदेशक उच्चतर शिक्षा डाॅ. अमरजीत शर्मा, समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक वीरेन्द्र शर्मा सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और विद्याभारती के पदाधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

Wednesday, December 1, 2021

ऑनलाइन कहानी सुनाने का अनोखा आयोजन

 1st December 2021 at 05:25 PM WhatsApp 

डीएवी स्कूल के किंडरगार्टनर्स ने की "टी एंड टॉक एक्टिविटी


चंडीगढ़
: 1 दिसंबर 2021: (गुरजीत बिल्ला//एजुकेशन स्क्रीन):: 

कहानी हमेशां से ही बच्चों की मानसिकता को अपने साथ बांधे रखती आई है। हर युग और हर दौर में बच्चों ने कहानी के असर को बहुत ही गहरे मन से स्वीकार किया है। कहानिया ही उनकी शख्सियत को बनाती आई हैं। आज के तकनीकी युग में इसे फिर से अपनाया है डीएवी पब्लिक स्कूल ने। डीएवी पब्लिक स्कूल, सेक्टर 39, चंडीगढ़ के किंडरगार्टनर्स ने बच्चों के लिए ऑनलाइन कहानी सुनाने का सत्र आयोजित किया। 

किंडरगार्टन टीचर श्रीमती उषा मेहता ने बच्चों के लिए एक बहुत ही अनोखी तरह की "टी एंड टॉक एक्टिविटी " का आयोजन किया, जिसमें बच्चों ने ठंड के मौसम में चाय की चुस्की का आनंद लिया और "दा टाइगर हु केम टू टी" कहानी सुनी।  सभी बच्चे अपने चाय के मग और नाश्ते के साथ तैयार थे और उनके पास अपने शिक्षक की बात सुनने का वास्तव में अच्छा समय था। ये कहानी सत्र बच्चों को व्यस्त रखने के लिए हैं।  दूसरा कारण उन्हें सीखने और उनकी शब्दावली, सुनने के कौशल को बढ़ाना है।