18th December 2023 at 5:26 PM
AI को लेकर विश्व विख्यात वक्ताओं ने शुरू की गंभीर चर्चा
*प्रो. (डॉ.) बृज भूषण गुप्ता, एशिया यूनिवर्सिटी, ताइवान से पहुंचे
*डॉ. प्रियंका चौरसिया, अल्स्टर यूनिवर्सिटी, यूके ने महिला पक्ष को भी सामने रखा
चंडीगढ़: 18 दिसंबर 2023: (के के सिंह//एजुकेशन स्क्रीन)::
इस आयोजन के अध्यक्ष और एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ. पूनम सैनी ने कहा कि भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों द्वारा सम्मेलन मंच पर प्रस्तुत किए गए 290 पत्रों में से 65 समीक्षकों द्वारा गुणवत्ता जांच में उत्तीर्ण हुए हैं और स्प्रिंगर द्वारा अपने प्रतिष्ठित "लेक्चर नोट्स इन नेटवर्क्स एंड सिस्टम्स (एलएनएनएस)" श्रृंखला में प्रकाशन के लिए स्वीकार किए गए हैं। उन्होंने एआईसीटीए-2023 (AICTA - 2023) को सार्थक बनाने के लिए सम्मेलन के सभी प्रतिनिधियों और वक्ताओं को धन्यवाद दिया।
आयोजन के सचिव डॉ. मनीष कुमार ने सम्मेलन के बारे में दर्शकों को जानकारी दी। उन्होंने कहा, कि यह सम्मेलन शिक्षा और उद्योग को एक साथ लाने का एक प्रचार-प्रसार मंच है। आज पहले दिन डॉ. प्रियंका चौरसिया, अल्स्टर यूनिवर्सिटी, यूके की अध्यक्षता में '' वीमेन इन कंप्यूटिंग '' थीम पर केंद्रित एक प्री-वर्कशॉप भी करवाई जा रही है। इसके बाद अगले दो दिन, डेटा साइंस, आईओटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर तीन ट्रैकों में पेपर प्रस्तुतियों के माध्यम से नए विचारों को साझा करने पर बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।
इसके साथ ही, डॉ. त्रिलोक चंद, एचओडी, सीएसई; ने कहा कि AICTA-2023 आयोजित करने पर वह ख़ुद को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इस सम्मेलन को एक बौद्धिक प्रेरक अनुभव बनाने और PEC के भविष्य के विकास में योगदान देने के लिए आयोजन टीम, प्रतिनिधियों, मुख्य वक्ताओं और विशेष रूप से निदेशक प्रोफेसर बलदेव सेतिया को तहेदिल से धन्यवाद दिया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर एस.के. सिंह ने आम जनता के दैनिक जीवन में आईओटी, डेटा विश्लेषण और एआई के उपयोग का निरीक्षण करने के लिए कुछ उदाहरण भी साझा किए। उन्होंने ये भी कहा, कि स्मार्ट उपकरणों को संभालने के लिए आपको स्मार्ट और बौद्धिक तौर पर समृद्ध भी होना होगा। इन उपकरणों को अपने ऊपर हावी न होने दें। अंत में, उन्होंने आयोजक टीम को तीन दिवसीय एआईसीटीए-2023 बनाने के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक प्रोफेसर बलदेव सेतिया ने संस्थान के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग को बधाई दी और उल्लेख किया कि यह विभाग हमेशा सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग उम्मीदवारों को आकर्षित करता है और तकनीकी परिवर्तनों को बढ़ावा देने और अपनाने में हमेशा अग्रणी रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि, 'यह सम्मेलन इस विभाग के लिए एक बड़ी कामयाबी है। उन्होंने PEC के गौरवशाली इतिहास के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, कि हम पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत @2047 के राष्ट्रीय एजेंडे के साथ काम कर रहे हैं। अंत में, उन्होंने कहा, कि यह सम्मेलन इस देश और पूरी दुनिया में उपजे मुद्दों से निपटने में मदद करेगा।
एशिया यूनिवर्सिटी, ताइवान से प्रोफेसर (डॉ.) ब्रिज बी गुप्ता इस सम्मेलन में तकनीकी सह-प्रायोजक भी हैं। वह ताइवान में एआई और साइबर सुरक्षा केंद्र के निदेशक हैं। आज, उन्होंने ये एलान किया, कि ताइवान में एआई और साइबर सुरक्षा केंद् PEC के सहयोग से छात्रों की इंटर्नशिप, संकाय विनिमय कार्यक्रम में सहायता करेंगे और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों में कार्यशालाएं भी आयोजित करेंगे।
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