03-मई-2013 20:11 IST
2,71,422 उम्मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए थे
संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2012 के अंतिम परिणाम 3, मई 2013 दिन शुक्रवार को घोषित कर दिये। इन परिणामों के महत्वपूर्ण मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
• सिविल सेवा परीक्षा (प्राथमिक) 2012, 20 मई 2012 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में आवेदन करने वालों की 5,36,506 की संख्या एक कीर्तिमान था, जिसमें से वास्तव में 2,71,422 उम्मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए थे।
• अक्टूबर 2012 में होने वाली मुख्य लिखित परीक्षा के लिए 13,092 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया जिसमें से 2674 उम्मीदवारों का चयन मार्च-अप्रैल 2012 में होने वाले व्यक्तित्व परीक्षण के लिए किया गया। अंत में 998 उम्मीदवारों (753 पुरूष और 245 महिलाएं) की 1091 रिपोर्ट की गई रिक्तियों के समक्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और अन्य केन्द्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई। वर्तमान में खाली बची 92 रिक्तियां सामान्य मानकों से सफल होने वाले आरक्षित उम्मीदवारों के लिए हैं। सेवा आंवटन के लिए यह उम्मीदवार विकल्प के आधार पर निर्भर करेंगे, यह रिक्तियां आयोग द्वारा बनायी जाने वाली आरक्षित सूची से अनुशंसित उम्मीदवारों द्वारा भरी जायेंगी।
• शीर्ष स्थान पर एक महिला उम्मीदवार सुश्री हर्षिता वी. कुमार (रोल नम्बर 075502) हैं। उन्होंने केरल विश्वविद्यालय से बी.टेक किया है। यह उनका चौथा प्रयास था।
• दूसरे स्थान पर श्री वी. श्रीराम (रोल नम्बर 494891) रहे। वह केरल विश्वविद्यालय से एमबीबीएस हैं। यह उनका दूसरा प्रयास था।
• तीसरा स्थान भी एक महिला सुश्री स्तुति चौहान (रोल नम्बर 038970) ने ही हासिल किया। उन्होंने जोधपुर विश्वविद्यालय से बीएससी किया और दिल्ली के आईआईपीएम से कार्मिक और विपणन प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है। यह उनका तीसरा प्रयास था।
• सामान्य, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति सभी में शीर्ष स्थान महिलाओं ने ही हासिल किया है। शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में 13 पुरूष और 12 महिलाएं हैं।
• इस परीक्षा में सफल हुए उम्मीदवार एक अखिल भारतीय विभाजन की प्रदर्शनी भी है। शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में वह उम्मीदवार हैं जो अपने आपकों को बारह राज्य/ केन्द्र शासित प्रदेशों के निवसी होने के रूप में दावा कर सकते हैं अर्थात आन्ध्र प्रदेश, बिहार, चण्डीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, जम्मु-कश्मीर, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश।
• जीवन के सभी क्षेत्रों जैसे किसान, अध्यापक, व्यवसायी, सरकारी कर्मचारी, डॉक्टर, वकील, प्रोफेसर और सिविल सेवा से आने के कारण शीर्षस्थ 25 उम्मदवारों की पारिवारिक पृष्ठभूमि विविधतापूर्ण प्रतिनिधित्व दर्शाती है।
• शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में से 6 अपने पहले प्रयास में वरीयता सूची में थे, 9 दूसरे प्रयास में वरीयता सूची में थे, 8 तीसरे प्रयास में और चौथे और छठे प्रयासों में एक एक उम्मीदवार वरीयता सूची में थे।
• शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में 12 दिल्ली से थे; 4 तिरूवंनतपुरम, दो-दो चैन्नई और हैदराबाद से और एक-एक जम्मु, मुम्बई, जयपुर, चण्डीगढ और इलाहाबाद केन्द्र से थे।
वि.कसोटियाध्/ महेश राठी- 2220
2,71,422 उम्मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए थे
संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2012 के अंतिम परिणाम 3, मई 2013 दिन शुक्रवार को घोषित कर दिये। इन परिणामों के महत्वपूर्ण मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
• सिविल सेवा परीक्षा (प्राथमिक) 2012, 20 मई 2012 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में आवेदन करने वालों की 5,36,506 की संख्या एक कीर्तिमान था, जिसमें से वास्तव में 2,71,422 उम्मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए थे।
• अक्टूबर 2012 में होने वाली मुख्य लिखित परीक्षा के लिए 13,092 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया जिसमें से 2674 उम्मीदवारों का चयन मार्च-अप्रैल 2012 में होने वाले व्यक्तित्व परीक्षण के लिए किया गया। अंत में 998 उम्मीदवारों (753 पुरूष और 245 महिलाएं) की 1091 रिपोर्ट की गई रिक्तियों के समक्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और अन्य केन्द्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई। वर्तमान में खाली बची 92 रिक्तियां सामान्य मानकों से सफल होने वाले आरक्षित उम्मीदवारों के लिए हैं। सेवा आंवटन के लिए यह उम्मीदवार विकल्प के आधार पर निर्भर करेंगे, यह रिक्तियां आयोग द्वारा बनायी जाने वाली आरक्षित सूची से अनुशंसित उम्मीदवारों द्वारा भरी जायेंगी।
• शीर्ष स्थान पर एक महिला उम्मीदवार सुश्री हर्षिता वी. कुमार (रोल नम्बर 075502) हैं। उन्होंने केरल विश्वविद्यालय से बी.टेक किया है। यह उनका चौथा प्रयास था।
• दूसरे स्थान पर श्री वी. श्रीराम (रोल नम्बर 494891) रहे। वह केरल विश्वविद्यालय से एमबीबीएस हैं। यह उनका दूसरा प्रयास था।
• तीसरा स्थान भी एक महिला सुश्री स्तुति चौहान (रोल नम्बर 038970) ने ही हासिल किया। उन्होंने जोधपुर विश्वविद्यालय से बीएससी किया और दिल्ली के आईआईपीएम से कार्मिक और विपणन प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है। यह उनका तीसरा प्रयास था।
• सामान्य, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति सभी में शीर्ष स्थान महिलाओं ने ही हासिल किया है। शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में 13 पुरूष और 12 महिलाएं हैं।
• इस परीक्षा में सफल हुए उम्मीदवार एक अखिल भारतीय विभाजन की प्रदर्शनी भी है। शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में वह उम्मीदवार हैं जो अपने आपकों को बारह राज्य/ केन्द्र शासित प्रदेशों के निवसी होने के रूप में दावा कर सकते हैं अर्थात आन्ध्र प्रदेश, बिहार, चण्डीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, जम्मु-कश्मीर, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश।
• जीवन के सभी क्षेत्रों जैसे किसान, अध्यापक, व्यवसायी, सरकारी कर्मचारी, डॉक्टर, वकील, प्रोफेसर और सिविल सेवा से आने के कारण शीर्षस्थ 25 उम्मदवारों की पारिवारिक पृष्ठभूमि विविधतापूर्ण प्रतिनिधित्व दर्शाती है।
• शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में से 6 अपने पहले प्रयास में वरीयता सूची में थे, 9 दूसरे प्रयास में वरीयता सूची में थे, 8 तीसरे प्रयास में और चौथे और छठे प्रयासों में एक एक उम्मीदवार वरीयता सूची में थे।
• शीर्षस्थ 25 उम्मीदवारों में 12 दिल्ली से थे; 4 तिरूवंनतपुरम, दो-दो चैन्नई और हैदराबाद से और एक-एक जम्मु, मुम्बई, जयपुर, चण्डीगढ और इलाहाबाद केन्द्र से थे।
वि.कसोटियाध्/ महेश राठी- 2220
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