Thursday 15th July 2021 at 10:38 PM
पंजाब सरकार ने 6.43 करोड़ रुपए मंज़ूर-विजय इंदर सिंगला
कायाकल्प के लिए कई और नए काम भी होंगें
इन पर खर्चे जाएंगे ख़र्चे जाएंगे 73.38 लाख रुपए-स्कूल शिक्षा मंत्री
चंडीगढ़: 15 जुलाई 2021: (गुरजीत बिल्ला//एजुकेशन स्क्रीन)::
शिक्षा मंत्री विजय सिंगला |
स्कूल शिक्षा मंत्री पंजाब श्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे में सुधार लाने के लिए लगातार ज़रुरी फंडों की व्यवस्था यकीनी बनाई जा रही है। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि लगभग 13,000 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में तबदील करने के इलावा, राज्य सरकार ने शिक्षा क्षेत्र की प्रभावशाली गतिविधियों के लिए अन्य सहूलतें देने और स्कूलों की छवि को आकर्षक बनाने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट स्कूल प्रोजैक्ट के अंतर्गत राज्य भर के सर्वोत्त्म स्कूलों में फाटकों के निर्माण और नवीनीकरण और रिसैपशन एरीए के निर्माण के लिए 6.43 करोड़ रुपए की राशि की ग्रांट को मंज़ूर किया गया है।
श्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि हाल ही में नये स्मार्ट क्लासरूमों के लिए 117 करोड़ रुपए का बजट पहले ही मंज़ूर किया जा चुका है और अब शिक्षा विभाग की तरफ से 832 सरकारी स्कूलों के स्मार्ट क्लासरूमों के पेंट और अन्य नवीनीकरण कामों के लिए 73.38 लाख रुपए की अतिरिक्त ग्रांट देने का फ़ैसला किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि विभाग की तरफ से सरकारी स्कूलों के अन्य 14,853 क्लासरूमों में इसी तरह के कामों के लिए भी जल्द ही 4.46 लाख की ग्रांट जारी की जायेगी। उन्होंने आगे कहा कि इन ग्रांटों के उचित प्रयोग के लिए समूह जि़ला शिक्षा अधिकारियों को ज़रूरी हिदायतें पहले ही जारी कर दीं गई हैं। शिक्षा विभाग की तरफ से जि़ला शिक्षा अधिकारियों को हिदायत की गई है कि वह स्मार्ट क्लासरूमों के दरवाजों और खिड़कियों पर पेंट और प्रोजैक्टरों की सुरक्षा सम्बन्धी ज़रुरी कामों को यकीनी बनाएं।
श्री सिंगला ने बताया कि राज्य भर में से सबसे बढिय़ा 735 सरकारी स्कूलों का चयन किया गया है और इन स्कूलों में रिसैपशन एरीए का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि रिसैपशन एरीए का प्रयोग माता-पिता और अन्य व्यक्तियों के लिए आतिथ्य और मीटिंग रूम के तौर पर किया जायेगा जिससे क्लासों को परेशान किये बिना उनको स्कूल में उपलब्ध सहूलतों के प्रति जागरूक किया जा सके।
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