Thursday, April 4, 2013

उच्‍चतर शिक्षा में प्रस्‍ताव को स्‍वीकृति

04-अप्रैल-2013 18:31 IST
छात्रों की गतिशीलता के लिए राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शिक्षा योग्‍यता प्रारूप
केन्‍द्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड ने कहा है कि राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शिक्षा योग्‍यता प्रारूप (एनएचईक्‍यूएफ) के गठन की समीक्षा के लिए एक सीएबीई समिति गठित की जाएगी। समिति छ: महीने की अवधि के भीतर अपनी सिफारिशें सौपेगी। राजधानी दिल्‍ली में आयोजित सीएबीई की 61वीं बैठक में उच्‍चतर शिक्षा में छात्रों की गतिशीलता बनाये रखने के लिए एक राष्‍ट्रीय उच्‍चतर शिक्षा अर्हता प्रारूप को गठित करने के प्रस्‍ताव को स्‍वीकृति दे दी गयी। 

एनएचईक्‍यूएफ का प्रमुख उद्देश्‍य विश्वविद्यालयों और डिग्री प्रदान करने वाले शैक्षिक संस्‍थानों के अनुरूप एक बोर्ड प्रारूप प्रदान करना है ताकि वे अपनी अकादमि‍क स्‍वायत्‍ता का उपयोग करते हुए प्रासंगिक पाठ्यक्रम तैयार कर सकें और इससे छात्रों की गतिशीलता पर भी बुरा प्रभाव ना पड़े। एनएचईक्‍यूएफ का उद्देश्‍य विभिन्‍न विषयों में सभी शिक्षण उपलब्‍धियों के लिए एक ऐसा व्‍यापक संकेतक प्रदान करना है जो सभी हितधारकों के विचारों की सहमति से प्रस्‍तुत किया जाएगा। 

इसके अलावा यह सभी उच्‍चतर शिक्षा संस्‍थानों की गुणवत्‍ता और अनुकूलता को बनाए रखने और निगरानी को भी यह प्रारूप एक आधार प्रदान करेगा। राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर उच्‍चतर शिक्षा को तुलनात्‍मक रूप देने के लिए यह प्रारूप उच्‍चतर शिक्षा संस्‍थानों द्वारा सभी विषयों में प्रदान किये जा रहें शिक्षा स्‍तरों की एकल प्रणाली हो सकता है।

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वि.कासोटिया/संजीव/रामकिशन-1718

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